जम्मू कश्मीर के पहलगाम मे मंगलवार (22 अप्रैल 2025) को हुए इस्लामी आतंकी हमले के बाद पूरे देश मे उबाल है. धर्म पूछ कर कत्ल करने की पुरानी परंपरा को आगे बढ़ाने वाले आतंकियों के लिए मौत की भी सजा छोटी मानी जा रही है.धर्मयोद्धा डॉ सुरेश चव्हाणके जी ने हिंदुओं से आवाहन की. चव्हाणके जी ने कई बिंदु पर बड़ी बात की है.
* आज से शुरू करो जो उन्होंने किया-
धर्मयोद्धा डॉ सुरेश चव्हाणके जी ने कहा कि जिस तरह जिहादियों ने हिंदुओं के साथ किया है ठीक उसी तरह हिंदुओं को आज से करना चाहिए. तभी हमारे बदले पूरा होगा.
* नाम पूछें, और काम से हटाएं –
उन्होंने बताया कि यदि किसी हिंदू का कोई कार्य है, जैसे कि दुकान, कंपनी, व्यापार आदि, तो पहले संबंधित व्यक्ति का नाम पूछें. यदि नाम से पता चलता है कि वह हिंदू नहीं है, तो उसे कार्य से हटा दें.
* नाम पूछें, सामान न खरीदें –
हिंदुओं से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि जब भी वे किसी दुकान पर जाएं, तो पहले दुकानदार का नाम पूछें. यदि नाम से यह पता चलता है कि वह हिंदू नहीं है, तो वहां से कोई भी सामान न खरीदें.
* नाम पूछें, टैक्सी रद्द कर दें –
डॉ. चव्हाणके जी ने आग्रह किया कि जब भी कोई वाहन जैसे टैक्सी, बाइक आदि ऑनलाइन बुक करें, तो ड्राइवर का नाम देखें. यदि वह हिंदू नहीं है, तो बुकिंग रद्द कर दें.
* नाम पूछें और पूर्ण बहिष्कार करें –
दुकान, मकान या अन्य किसी भी चीज़ के संदर्भ में, यदि नाम से यह स्पष्ट हो जाए कि व्यक्ति हिंदू नहीं है, तो उसका पूर्ण बहिष्कार करें।
*एक से दो हफ्ते परेशानी होगी लेकिन आंतकवादी और आंतकवाद खत्म होगा उन्होंने कहा कि बार-बार अटेची उठाने बजाय, अब एक बार बंदूक उठाओं
धर्मयोद्धा डॉ सुरेश चव्हाणके जी ने पहलगाम नरसंहार को वर्तमान धर्म निरपेक्ष पीढ़ी के लिए डिजिटल युग मे एक नई घटना बताया. पहलगाम को उन्होंने सन 1990 के दशक का एक्शन रिप्ले बताया. आम चर्चा से हट कर डॉ चव्हाणके जी ने सीमा पार के पाकिस्तान से ज्यादा घातक देश के अंदर बन रहे पाकिस्तान को बताया. उन्होंने दावा किया कि आज नहीं तो कल धार्मिक सोच वालों का अधर्मियों से आमना-सामना होना तय है.