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गफ्फार मार्केट का गद्दार निकला शौकत अली; पहलगाम हिन्दू नरसंहार पर मना रहा था जश्न... राम-राम बोल कर दिल्ली के व्यापारियों के बीच खोली थी पान की दुकान

गफ्फार मार्केट दिल्ली के करोल बाग इलाके में स्थित है

Sumant Kashyap
  • Apr 25 2025 4:37PM

राजधानी दिल्ली के 'गफ्फार मार्केट' में शौकत अली राम-राम बोल कर व्यापारियों के बीच आता है, फिर वहां पर एक छोटी सी पान की दुकान चलाने लगता है. कुछ दिन के बाद शौकत अली एक और ठेला लगाने लगता है और लगातार सरकारी जमीन पर अपने दुकान का विस्तार करता रहता है. लेकिन पहलगाम हिंदू नरसंहार के बाद शौकत अली का असली चेहरा लोगों के सामने आता है. जहां एक तरफ पहलगाम आतंकी हमले में हिंदुओं का नरसंहार होता है, तो दूसरी तरफ शौकत अली हिंदुओं नरसंहार पर जश्न मनाते हुए बताया - ये सिर्फ ट्रेलर, पिक्चर अभी बाकी...

जानकारी के लिए बता दें कि गफ्फार मार्केट दिल्ली के करोल बाग इलाके में स्थित है. ये मार्केट सस्ते इलेक्ट्रॉनिक सामान के लिए देशभर में मशहूर है. शौकत अली गफ्फार मार्केट में पहले आता है फिर वहां व्यापार कर रहे बड़े-बड़े व्यापारियों को राम-राम बोलता है. इसके बाद व्यापारियों को अपनी मजबूरी बताता है कि मुझे बहुत दिक्कत है रहने और खाने के लिए कुछ नही है. 

बता दें कि गफ्फार मार्केट के व्यापारियों ने शौकत अली को एक पान की दुकान लगाने की सलाह दी. शौकत अली पान की दुकान खोल लेत है लेकिन कुछ ही दिन के बाद शौकत अली एक और ठेला भी लगा लेता है और लगातार वह विस्तार करता रहता है. ना जाने कितनी सरकारी जमीन को कब्जा करना चाहता था. कुछ ही दिन में एक के बाद एक दुकान खोल ली थी इससे साफ है की उसका मकसद कुछ और था.    

गफ्फार मार्केट में देशभर से हर रोज लाखों लोग आते है. जहां पर करोड़ों रुपए का लेन-देन होता है.अब जिस तरह से शौकत अली का कारनामा सामने आया है. इससे यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि शौकत अली देश की खुफिया बातें भी विदेशों में भेजता होगा. वहीं, पहलगाम कत्लेआम के बाद कैसे उतर रहा दिल्ली के सुपर सेकुलर व्यापारियों के सिर से भाईचारे का भूत.. कैसे पनवाड़ी, मोची, धोबी, नाई, माली, ड्राइवर, बावर्ची आदि के वेश में हमारे ही बीच छिपे हैं पाकिस्तानी एजेंट...

पहलगाम हिंदू नरसंहार के विरोध में आज  (25 अप्रैल 2025) को राजधानी दिल्ली के ज्यादातर बाजार बंद रहे.जिससे सैकड़ों करोड़ रुपये का कारोबार नहीं हो सका. दिल्ली के विभिन्न बाजारों में व्यापारियों ने श्रद्धांजलि सभाएं, मौन मार्च, कैंडल मार्च निकाले एवं राष्ट्रगान के माध्यम से इस हमले में हताहत लोगों को नमन किया और आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प भी लिया.






 


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