"युवा दृष्टिकोण से मेघालय" नामक नई यात्रा पुस्तक का विमोचन 25 अप्रैल 2025 को आर्मी पब्लिक स्कूल, शिलांग में किया गया। यह पुस्तक मेघालय के प्राकृतिक सौंदर्य और अद्भुत दृश्यों को एक अनूठे अंदाज़ में प्रस्तुत करती है। इस प्रकार की पहल पहली बार की गई है, जिसमें छात्रों, सेना के अधिकारियों और शिक्षकों के सहयोग से एक साहित्यिक परियोजना तैयार की गई है। यह किसी भी स्कूल द्वारा की गई पहली ऐसी पहल है।
इस कार्यक्रम में माननीय पॉल लिंगदोह, पर्यटन मंत्री, मेघालय सरकार, लेफ्टिनेंट जनरल संजय मलिक, एसएम, जीओसी 101 एरिया, श्रीमती निवेदिता मलिक, ज़ोनल अध्यक्ष, एडब्ल्यूडब्ल्यूए और ब्रिगेडियर संदीप धूपर, अध्यक्ष, आर्मी पब्लिक स्कूल, शिलांग तथा मुख्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
ब्रिगेडियर संदीप धूपर द्वारा परिकल्पित इस पुस्तक में मेघालय के शांत और सुरम्य स्थलों का चित्रण किया गया है तथा उन अनछुए पर्यटन स्थलों को उजागर किया गया है जो आमतौर पर पर्यटकों की नजरों से दूर रह जाते हैं।
यह पुस्तक कक्षा से बाहर की शिक्षा का उत्सव है और इसमें मुख्य रूप से आर्मी पब्लिक स्कूल शिलांग के छात्रों द्वारा उनके क्षेत्रीय भ्रमण के आधार पर लेखन किया गया है। यह इस बात का प्रमाण है कि जब शिक्षा अनुभव पर आधारित होती है, तब वह किस स्तर तक ज्ञान दे सकती है। इस पहल के माध्यम से छात्रों ने न केवल क्षेत्र की संस्कृति का सम्मान करना सीखा, बल्कि स्थिरता (सस्टेनेबिलिटी) और खोज की भावना का महत्व भी जाना।
सुंदर चित्रों, समृद्ध कथाओं और अनूठे दृष्टिकोणों से सजी यह पुस्तक मेघालय की सुंदरता और संस्कृति में रुचि रखने वाले सभी पाठकों के लिए एक बहुमूल्य संसाधन बन सकती है। शोध, वास्तविक जीवन अध्ययन और कहानी कहने की समृद्ध शैली को मिलाते हुए “युवा दृष्टिकोण से मेघालय” पर्यटन के क्षेत्र में एक नई दृष्टि प्रदान करती है। इसमें स्थायी यात्रा के रुझानों से लेकर सांस्कृतिक विरासत के पुनर्जीवन तक की संभावनाओं को प्रस्तुत किया गया है। यह पुस्तक यात्रियों, शोधकर्ताओं और पेशेवरों– सभी के लिए उपयोगी है।