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30 अप्रैल से खुलेंगे आस्था के चारधामों के द्वार,रिकॉर्ड तोड़ भीड़ की उम्मीद के बीच सरकार ने कसी कमर; जानिए यात्रा का पूरा प्लान

Chardham Yatra 2025: चारधाम यात्रा के लिए अब तक 20 लाख ने कराया रजिस्ट्रेशन, जाने कैसे करें पंजीकरण और यात्रा के दौरान किन बातों का रखें ध्यान

Ravi Rohan
  • Apr 28 2025 5:07PM

उत्तराखंड के पवित्र चारधाम- यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट इस साल 30 अप्रैल 2025 से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। जहां पिछले वर्ष 48 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे, वहीं इस बार 50 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के उमड़ने की उम्मीद जताई जा रही है। बढ़ती भीड़ को देखते हुए इस बार सरकार ने ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की भी व्यवस्था कर दी है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 20 मार्च से शुरू हो चुके हैं और आज से ऑफलाइन पंजीकरण भी चालू कर दिए गए हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक 20 लाख से ज्यादा भक्त अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं।

कब खुलेंगे किस धाम के कपाट?

चारधाम यात्रा की शुरुआत अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर होगी।

गंगोत्री और यमुनोत्री धाम: 30 अप्रैल, सुबह 10:30 बजे से

केदारनाथ धाम: 2 मई, सुबह 7:00 बजे

बद्रीनाथ धाम: 4 मई, सुबह 6:00 बजे

अब तक के रजिस्ट्रेशन के आंकड़े भी जबरदस्त हैं-

केदारनाथ के लिए 7.48 लाख

बद्रीनाथ के लिए 5.74 लाख

यमुनोत्री के लिए 3 लाख

गंगोत्री के लिए 3 लाख रजिस्ट्रेशन दर्ज किए गए हैं।

रजिस्ट्रेशन अनिवार्य- बिना इसके यात्रा नामुमकिन

चारधाम यात्रा पर निकलने से पहले श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। रजिस्ट्रेशन के दो तरीके हैं: 

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन: registrationandtouristcare.uk.gov.in

ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन: हरिद्वार, देहरादून, ऋषिकेश, चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिलों में बनाए गए 50 से ज्यादा काउंटरों पर।

रजिस्ट्रेशन के दौरान आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और किसी भी बीमारी से जुड़े कागजात अनिवार्य होंगे। इनके बिना पंजीकरण संभव नहीं है।

कैसे जाएं चारधाम? कहां ठहरें?

चारधाम यात्रा के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश आपके बेस कैंप बन सकते हैं। वहां से सरकारी बसों से लेकर निजी टैक्सियों तक कई विकल्प मौजूद हैं।
बस से यात्रा: सस्ती और सरल। पूरी यात्रा लगभग 6,000 रुपये में निपट सकती है।
टैक्सी से यात्रा: आरामदायक लेकिन महंगी। खर्च लगभग 40,000 रुपये तक जा सकता है।

ठहरने की व्यवस्था:

हर धाम के आसपास धर्मशालाएं, होटल और होम-स्टे आसानी से मिल जाएंगे। ध्यान रहे, पहाड़ों में रात में वाहन नहीं चलते, इसलिए शाम होते ही होटल बुक कर लेना समझदारी होगी।

हेलीकॉप्टर सेवा और बाइकर्स के लिए भी विकल्प

अगर आप समय बचाना चाहते हैं तो हेलीकॉप्टर सेवा भी उपलब्ध है:
हेलीकॉप्टर टिकट: एक धाम के लिए एकतरफा 6,000 से 8,000 रुपये।

पूरा हेलीकॉप्टर पैकेज: लगभग 2.5 लाख रुपये का हो सकता है।

बाइकरों के लिए:
हरिद्वार और ऋषिकेश से 1,500 रुपये प्रतिदिन की दर पर रेंटल बाइक उपलब्ध हैं। रोमांच के शौकीनों के लिए यह एक शानदार विकल्प है।
खर्च का पूरा हिसाब-किताब

यात्रा में होने वाले संभावित खर्च का अनुमान:

यमुनोत्री और गंगोत्री यात्रा व स्टे: लगभग 12,000 रुपये।

केदारनाथ यात्रा व स्टे: करीब 15,000 रुपये।

बद्रीनाथ यात्रा व स्टे: लगभग 12,000 रुपये।

हेलीकॉप्टर सेवा का खर्च: 2.5 लाख रुपये तक भी जा सकता है।

बस और टैक्सी से जाने वालों के लिए यात्रा बजट किफायती रहेगा, जबकि हेलीकॉप्टर से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को मोटा खर्च उठाना पड़ सकता है।



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