“ज्ञान पोस्ट प्रत्येक व्यक्ति तक शिक्षा पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण वितरण तंत्र के रूप में कार्य करता है” – ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया

माननीय संचार और उत्तर पूर्वी क्षेत्र के विकास मंत्री, ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने ‘ज्ञान पोस्ट’ सेवा के संबंध में राजपत्र अधिसूचना के प्रकाशन की घोषणा की।

Deepika Gupta
  • Apr 28 2025 7:46PM

माननीय संचार और उत्तर पूर्वी क्षेत्र के विकास मंत्री, ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने ‘ज्ञान पोस्ट’ सेवा के संबंध में राजपत्र अधिसूचना के प्रकाशन की घोषणा की। इस नई सेवा का उद्देश्य भारत में शैक्षणिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक पुस्तकों की डिलीवरी को अधिक किफायती बनाना है। यह सेवा शिक्षा के समर्थन और देश के प्रत्येक कोने में विद्यार्थियों तक पहुँचने के लिए इंडिया पोस्ट की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

शिक्षा एक मजबूत भविष्य की नींव है, लेकिन सीखने के साधनों तक पहुँच भूगोल या सामर्थ्य पर निर्भर नहीं होनी चाहिए। इसी विश्वास के साथ ‘ज्ञान पोस्ट’ की शुरुआत की गई है, ताकि एक पाठ्यपुस्तक, तैयारी गाइड या सांस्कृतिक पुस्तक अंतिम गाँव या कस्बे तक पहुँच सके।

इस अवसर पर माननीय संचार और उत्तर पूर्वी क्षेत्र के विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने कहा, "नई शिक्षा नीति और पाठ्यक्रम के तहत, 'ज्ञान पोस्ट' एक महत्वपूर्ण वितरण प्रणाली के रूप में कार्य करेगा, जिससे शिक्षा हर व्यक्ति तक पहुँच सकेगी।"

सीखने और ज्ञान साझा करने को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन की गई 'ज्ञान पोस्ट' सेवा, भारत के विशाल डाक नेटवर्क के माध्यम से पुस्तकों और मुद्रित शैक्षणिक सामग्री को भेजने के लिए सस्ती सुविधाएँ प्रदान करती है। सेवा की दरें व्यापक पहुँच को बढ़ावा देने के लिए निर्धारित की गई हैं।

‘ज्ञान पोस्ट’ के तहत भेजी गई पुस्तकें और शैक्षणिक सामग्री सतह मार्ग (Surface Mode) से भेजी जाएंगी और ट्रैक करने योग्य होंगी, ताकि लागत प्रभावी डिलीवरी सुनिश्चित हो सके। पैकेजों को मात्र ₹20 से (300 ग्राम तक के पैकेट के लिए) और अधिकतम ₹100 (5 किलोग्राम तक के पैकेट के लिए) की प्रारंभिक दरों पर भेजा जा सकता है (लागू करों सहित)।

केवल गैर-व्यावसायिक शैक्षणिक सामग्री ही 'ज्ञान पोस्ट' के तहत पात्र होगी। किसी भी व्यावसायिक प्रकृति के प्रकाशन, या ऐसे प्रकाशन जिनमें विज्ञापन (सिर्फ मामूली घोषणाओं या पुस्तक सूची को छोड़कर) शामिल हैं, इस सेवा के अंतर्गत स्वीकार नहीं किए जाएंगे। प्रत्येक पुस्तक पर निर्धारित शर्तों के अनुसार मुद्रक या प्रकाशक का नाम अंकित होना अनिवार्य है।

'ज्ञान पोस्ट' के माध्यम से, इंडिया पोस्ट एक बार फिर अपने जन सेवा के संकल्प को दोहराता है, जो देशभर में व्यक्तियों और समुदायों को सशक्त बनाने के अपने ध्येय के साथ शिक्षा के अंतर को कम करने में मदद करेगा।


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