प्रधानमंत्री ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी
"मिसाइल मैन के नाम से जाने जाने वाले देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। उन्होंने भारत को मजबूत, समृद्ध और सक्षम बनाने में अपना जीवन समर्पित कर दिया। वह हमेशा देशवासियों के लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे।" प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट किया।
15 अक्टूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में जन्मे, डॉ. अवुल पकिर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम ने 1954 में सेंट जोसेफ कॉलेज, त्रिची से विज्ञान में स्नातक और 1957 में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) से वैमानिकी इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता हासिल की। कलाम साहब की एक बात आज भी झरिया के लोगों के दिलों-दिमाग में चलती रहती है। उन्होंने राष्ट्रपति बनने से पहले साल 2002 में झरिया का दाैरा कर आग का जायजा लिया था। कहा था-झरिया की आग बुझाई जा सकती है। इसके बाद भूमिगत आग और भू-धंसान से प्रभावित करीब पांच लाख लोगों में आशा की एक नई किरण का संचार हुआ था। हालांकि बाद में लोगों को निराशा हुई। न तो केंद्र सरकार और न ही झारखंड सरकार ने झरिया की आग को बुझाने के लिए कलाम साहब की बातों को गंभीरता से लिया।
"मिसाइल मैन के नाम से जाने जाने वाले देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। उन्होंने भारत को मजबूत, समृद्ध और सक्षम बनाने में अपना जीवन समर्पित कर दिया। वह हमेशा देशवासियों के लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे।" प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी 90वीं जयंती पर याद किया। पीएम मोदी ने हिंदी में एक ट्वीट लिखा जिसमें उन्होंने कलाम को "देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत" कहा। पीएम मोदी ने आगे कहा कि मिसाइल मैन ने भारत को मजबूत, समृद्ध और सक्षम बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।