*जिलाधिकारी की देख- रेख में क्रॉप कटिंग कार्यक्रम का हुआ आयोजन*

*जिलाधिकारी की देख- रेख में क्रॉप कटिंग कार्यक्रम का हुआ आयोजन*

संबाददाता. हरेंद्र शर्मा कुशीनगर उत्तर प्रदेश
  • Nov 11 2024 7:07PM
क्रॉप कटिंग द्वारा क्षेत्र के खरीफ फसल की उत्पादकता का होता है आकलन
 
आज जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की देख रेख में तहसील सदर विकासखंड पडरौना के राजस्व ग्राम बलूचहा में किसान विवेक कुमार श्रीवास्तव के खेत में खरीफ फसल धान की उत्पादकता का वास्तविक स्थिति का आकलन करने हेतु क्राप कटिंग कराई गई। इस दौरान मौके पर संबंधित कर्मचारियों द्वारा विभाग द्वारा उपलब्ध रैंडमली नंबर के पश्चात चयनीत गाटा संख्या के माध्यम से ग्राम के एक खेत में समबाहु त्रिभुज के प्रति 10 मीटर भुजा वाले क्षेत्र के अंतर्गत खरीफ फसल धान की कटाई हुई। जिलाधिकारी ने वहां मौजूद किसानों से संवाद कर आवश्यक जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी क्रय केंद्रों पर धान की खरीदारी प्रारंभ हो गई है।उन्होंने समस्त जनपद के कृषकों को शुभकामनाएं दी तथा अधिक अतिरिक्त उत्पादन को सरकारी धान क्रय केंद्र पर विक्रय करने का अनुरोध भी किया। 
 
जिलाधिकारी ने संबंधित समस्त अधिकारियों को प्राप्त आंकड़े शासन को प्रेषित करने के निर्देश दिए, जिससे वास्तविक आंकड़े परिलक्षित हो सकें। वहां उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि राजस्व परिषद द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार शेष सभी चयनित रैंडम नंबर के गटाओ को क्रॉप कटिंग की कार्यवाही संपन्न कर विभाग को शीघ्र रिपोर्ट प्रेषित करें।
 
 गौरतलब है कि क्रॉप कटिंग या फसल कटाई के प्रयोग द्वारा फसल की औसत पैदावार निकाली जाती है। क्रॉप कटिंग के आधार पर ही जनपद के कृषि उत्पादन के आंकड़े तैयार करके शासन को भेजे जाते हैं।क्रॉप कटिंग से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर फसल बीमा धारक को नुकसान का मुआवजा दिया जाता है। कृषि विभाग जनपद के समस्त क्षेत्रों के क्रॉप कटिंग आंकड़ों का औसत निकाल कर शासन को भेजता है। क्रॉप कटिंग के माध्यम से प्राप्त औसत आंकड़ों का उपयोग जनपद में कुल धन के उत्पादन का आकलन करने तथा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत क्षतिपूर्ति देने एवं दैवीय आपदा की स्थिति में फसल को होने वाली क्षति का मुआवजा देने में किया जाता है। इसके आधार पर ही जनपद में विभिन्न फसलों की प्रति हेक्टेयर उत्पादकता का निर्धारण किया जाता है। इस दौरान तहसीलदार सदर पूर्णिमा सिंह, सांख्यिकीय विभाग के अधिकारी ओ पी दुबे, राजस्व निरीक्षक राजेंद्र चौबे, लेखपाल योगेंद्र गुप्ता, बलराम कुशवाहा, राज कुमार सिंह, मनीष पांडेय सहित अन्य संबधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
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