राजस्थान राजनीति में ऐसा पहली बार देखा जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने गृह क्षेत्र यानी सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र का इतना जल्दी दौरा कर रहे हैं… इसे भी एक सियासी मैसेज माना जा रहा है कि चुनाव में उनके साथ कोई भी आए वो पूरी तरह से तैयार हैं.
दरअसल.. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) दो दिन के दौरे पर सोमवार को अपने नेटिव प्लेस जोधपुर (Jodhpur) पहुंचे… इस दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया. जब एयरपोर्ट से सीएम बाहर आए तो उन्होंने मीडिया से बातचीत की और राजस्थान में रिवाज बदलने की बात कही, इसके अलावा उन्होंने ईआरसीपी (ERCP) मुद्दे पर बीजेपी की मंशा, पीएम मोदी के बार-बार हो रहे दौरे पर भी बयान दिया. साथ ही साथ उन्होंने भाजपा के सूरसागर से विधायक सूर्यकांता व्यास का टिकट काटे जाने पर भी अपनी टिप्पणी रखी.
बदले की राजनीति कर रही बीजेपी : CM
BJP पर निशाना साधते हुए सीएम गहलोत ने कहा, 'जिस जिस ने मेरी तारीफ की है, उनके साथ पार्टी चुन-चुन कर बदला ले रही है. सूर्यकांता व्यास का टिकट भी इसी वजह से 'बदले की राजनीति' के तहत काटा गया है, जबकि उनकी पार्टी में उन्हीं की उम्र के कई और लोगों को टिकट दिया गया है. लेकिन उनका सरकार के कामों का सकारात्मक तरीके से दिया गया फीडबैक पार्टी को पसंद नहीं आया. भाजपा में जिस किसी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की या कांग्रेस के काम की बात की, उसके साथ पार्टी बदले के तहत टिकट काटा गया. ऐसा पहली बार हुआ है कि जब भाजपा के टिकिट वितरण पर जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है, और टिकट वितरण को लेकर भाजपा पर आरोप रहे हैं.
'दोषी नहीं तो जमानत लेने क्यों गए?'
हालाँकि इस दौरान CM गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधने से भी गहलोत नहीं चुके. सीएम ने कहा, 'शेखावत हमेशा कहते हैं कि संजीवनी मामले में वो दोषी नहीं है. मैं हमेशा ये कहता रहा हूं कि अगर वे संजीवनी मामले में दोषी नहीं हैं तो जमानत के लिए क्यों गए? उनको डर है. और इसलिए अभी उन्होंने अपनी SOG की चालान पेश करने पर रोक लगाने के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की है. उन्होंने कहा कि सेंट्रल मिनिस्टर एक बहुत बड़ा पोर्टफोलियो है, लेकिन इसका लाभ राजस्थान की जनता को अब तक नहीं मिला. ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना वो घोषित नहीं करवा पाए.'