MSME इंडस्ट्री को सीएम योगी ने बांटा 2 हज़ार करोड़ का लोन, पलायन का कलंक हटाने का सबसे सुनहरा मौका - सीम योगी आदित्यनाथ

56 हजार से ज्यादा उद्यमियों को सीएम योगी ने दिया 2 हजार करोड़ से ज्यादा का लोन, योगी की दूरदर्शिता आई काम, MSME का सबसे बड़ा हब बनेगा यूपी

रजत मिश्र, उत्तर प्रदेश
  • May 14 2020 12:07PM
पीम मोदी ने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए MSME इण्डस्ट्री को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आर्थिक पैकेज की घोषणा की जिसके  24 घंटे के अंदर ही उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने MSME सेक्टर के 56 हजार 754 उद्यमियों को दो हजार करोड़  से ज्यादा का लोन बांट दिया। दरसल  भारी तादाद में हो रहे श्रमिकों और कामगारों के पलायन को देखते हुए  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने  पहले से ही MSME सेक्टर को मजबूत करने के तैयारी कर रखी थी  जिसके लिए  वह लगातार बैठके कर रहे थे।

पहला राज्य बना यूपी -  

आर्थिक पैकेज के ऐलान के बाद  लॉक डाउन की अवधि में ही  इतनी बड़ी  धनराशि का लोन वितरण करने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य  बना है जहां एक तरफ  कई दूसरे राज्य पैकेज के ऐलान के बाद  उस पर विचार विमर्श कर रहे हैं   वही योगी आदित्यनाथ ने  उत्तर प्रदेश के  उद्योगपतियों को  लोन देकर  उनके  उद्योगों में  नई जान फूंक दी है।  आज सीएम योगी आदित्यनाथ ने रोजगार संगम   ऑनलाइन लोन मेले की शुरुआत कर दी।

रोजगार के बढ़ेंगे अवसर - 

इन 56 हजार 754 इकाईयों से  दो लाख से ज्यादा लोगों को   रोजगार की गारंटी मिलेगी  दरअसल सीएम योगी यह समझते हैं कि अगर  प्रवासी मजदूरों और कामगारों को  रोजगार देना है  तो   यूपी को एक बड़े MSME इंडस्ट्री हब के रूप में बदलना होगा।   जिसके माध्यम से उत्तर प्रदेश में काम कर रहे हैं कामगारों और श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। MSME अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है  यह बात  सीएम बखूबी समझ रहे हैं।

पलायन का कलंक हटाने का बड़ा मौका - 

 यूपी वापस लौटे प्रवासी श्रमिकों को सीएम योगी अपनी ताकत बनाना चाहते हैं। साथ ही उनका मानना है कि पलायन के कलंक को हटाने का यह सबसे अच्छा मौका है इसीलिए  वापस आने वाले   सभी श्रमिकों का स्किल डाटा तैयार किया जा रहा है। सरकार की कोशिश है  कि अब  त्योहारों पर  चीन के उत्पादो के स्थान पर यूपी में बने  उत्पादों का  प्रयोग किया जाए।

MSME सेक्टर का सबसे बड़ा हब यूपी- 

 एमएसएमई सेक्टर का सबसे बड़ा केन्द्र उत्तर प्रदेश है। जहां एक तरफ महामारी के दौर में पूरा देश PPE किट के लिए जूझ रहा था वही यूपी में अपने संसाधनों से पीपीई किट की 26 यूनिटें तैयार कर ली और यही सबसे बड़ा कारण रहा कि जनसंख्या के अनुपात में   उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या आज भी बेहद कम है। आंकड़ों की माने तो छोटी-बड़ी मिलाकर 90 लाख MSME इकाइयां यूपी में काम कर रही है।

ODOP का प्रयोग रहा सफल- 

 उत्तर प्रदेश में सरकार बनने के बाद से ही सीएम योगी आदित्यनाथ का  फोकस  हर जिले के  एक उत्पाद को  बढ़ावा देने का था और इसीलिए 'एक जिला एक उत्पाद' (ODOP) योजना की शुरुआत की गई।  यूपी के  कुछ जिलों के उत्पादों को  इस योजना के माध्यम से और बढ़ाया गया। जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी पहचान और मजबूत हुई। पिछले 3 सालों में ODOP योजना ने यूपी के उत्पादों को  एक नई पहचान दी है।

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