बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर 30 हजार पौधे लगाने के अभियान का शुभारंभ किया

मनोज तिवारी ने शुरू किया 30 हज़ार पौधे लगाने का मिशन

Namit Tyagi ,twiter: @NamitTyagi1
  • Jul 28 2020 9:17PM
दिल्ली बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद श्री मनोज तिवारी ने आज विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के अवसर पर शाहदरा उत्तरी क्षेत्र में 30000 पौधे लगाने के अभियान का शुभारंभ किया यह पौधे पूर्वी दिल्ली नगर निगम द्वारा शाहदरा उत्तरी क्षेत्र में स्थित निगम के पार्कों में लगाए जाएंगे सांसद मनोज तिवारी ने पौधे लगाकर शाहदरा‌ स्थित झील पार्क से अभियान का शुभारंभ किया गया इस अवसर पर पूर्वी दिल्ली नगर निगम स्थाई समिति के अध्यक्ष श्री सत्यपाल सिंह नेता सदन श्री प्रवेश शर्मा शाहदरा उत्तरी क्षेत्र के उपायुक्त श्री रनेन कुमार जिला अध्यक्ष श्री कैलाश जैन विधायक अजय महावर जितेंद्र महाजन भाजपा नेता हर्ष मल्होत्रा उदय कौशिक मनोज त्यागी जोन चेयरमैन श्री केके अग्रवाल निगम पार्षद अजय शर्मा श्रीमती दुर्गेश तिवारी मीडिया विभाग के प्रदेश सह प्रमुख आनंद त्रिवेदी सहित निगम के उद्यान विभाग के डायरेक्टर नरपत सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद रहे

अभियान का शुभारंभ करने के बाद श्री मनोज तिवारी ने कहा कि हमारा जीवन सृष्टि का आधार है तो इस जीवन की रक्षा करने के लिए प्रकृति मैं हर वह सुविधा मौजूद है जिसकी हमारे जीवन को नितांत आवश्यकता है और विकास की दौड़ में जब जब हमने प्रकृति की व्यवस्था से छेड़छाड़ की है प्राणी समाज को कई गंभीर परिणाम भुगतने पड़े हैं इसलिए हम सबको मिलकर प्रकृति के संरक्षण के लिए काम करना चाहिए उन्होंने कहा प्रकृति हमारे जीवन के लिए वरदान है लेकिन प्रकृति के अस्तित्व के साथ खिलवाड़ जीवन के अस्तित्व के लिए बड़ी मुसीबत भी खड़ी कर सकता है इसलिए हमें विकास योजनाएं भी प्रकृति के संरक्षण को ध्यान में रखते हुए बनानी चाहिए

श्री मनोज तिवारी ने कहा कि प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण हर लिहाज से जरूरी है। विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के मौके पर इस संदेश को समझना बहुत जरूरी है। दुनिया भर में लोगों को प्रकृति के उन पहलुओं के प्रति जागरूक करना जिन्हें हमें जानने, समझने और उसके प्रति सजग होने की जरूरत होती है। प्रकृति और पर्यावरण के प्रति सरकार और लोगों की बढ़ती लापरवाही के कारण पर्यावरण संतुलन नहीं बन पा रहा है। वाहनों की हर रोज बढ़ती संख्‍या और लोगों द्वारा पॉलिथीन के बढ़ते प्रयोग से पर्यावरण असंतुलन की स्थिति पैदा हो रही है। पर्यावरण का मतलब केवल पेड़-पौधे लगाना ही नहीं है, बल्कि भूमि प्रदूषण, वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण व ध्‍वनि प्रदूषण को भी रोकना है।प्रकृति संरक्षण और पर्यावरण की रक्षा के लिए हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए

श्री मनोज तिवारी ने कहा कि औद्योगिकीरण की वजह से उद्योगों की संख्या में वृद्धि हुई है जो नदियों को गंदा होने का कारण बनती जा रही है। ज्यादातर शहरों में उद्योगों के अपशिष्ट पदार्थों को नदियों और नहरों में बहा दिया जाता है। ऐसा करने से जल में रहने वाले जीव-जन्तुओं व पौधों पर तो बुरा प्रभाव पड़ता ही है साथ ही पानी भी पीने योग्य नहीं रहता और प्रदूषित हो जाता है। नदी के तट ही पर लोगों के नहाने, कपड़े धोने, पशुओं को नहलाने बर्तन-साफ करने जैसी गतिविधियां भी गंगा को प्रदूषित करने का कारण बनी हैं। नदियों के प्रति धार्मिक आस्था भी उसके प्रदूषित होने का कारण बनी है। नदियों में लोग पूजा से संबंधित सामग्रियों को गंगा नदी में बहा देते है। आस्था के नाम पर बहाई गई इस प्रकार की सामग्री नदियों को प्रदूषित करने का कारण बनती जा रही है। शहरों के घरों से निकलनेवाला सीवेज वेस्ट का भार भी देश की प्रमुख नदियों को उठाना पड़ रहा है जो उसकी गंदलाते स्वरुप की एक अहम वजह पिछले कई सालों से बना हुआ है। यह भी प्रकृति और पर्यावरण सरंक्षण में बड़ी बाधा है।जिस पर रोक सिर्फ़ जागरूकता से ही संभव है

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