जयवंत वाडकर हिंदी और मराठी सिनेमा का जाना-माना नाम हैं। वह न केवल फिल्मों के लिए बल्कि सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने के लिए भी जाने जाते हैं। उन्होंने हिंदी और मराठी के साथ-साथ दक्षिणी फिल्मों में भी काम किया है। वे रेडियो की दुनिया में भी अपनी आवाज का जादू बिखेर चुके हैं। इतने सालों तक फिल्मों, धारावाहिकों और नाटकों में काम करने के बाद, उनके पास साझा करने के लिए बहुत सारी यादें हैं।
बातचीत के दौरान जयवंत वाडकर ने बताया कि वे अपने कॉलेज के दिनों में क्रिकेट खेला करते थे, उन्होंने सुनील गावस्कर के साथ क्रिकेट खेला लेकिन फिल्मों और थियेटर के लगाव होने की वजह से क्रिकेट का सफर जारी नहीं रख सके और एक्टिंग की दुनिया में आ गए। 1988 में आई मराठी फिल्म एक गाड़ी बाकी अनाड़ी से सिनेमा की दुनिया में कदम रखने के बाद उन्होंने हिंदी और मराठी की बहुत फिल्मों में काम किया।
कोरोना के दौर में जयवंत वाडकर का सफर नहीं रुका। हालही में उन्होंने सारेगामा प्रोडक्शन की फिल्म की शूटिंग पूरी की है, जो जल्द ही दर्शकों को OTT प्लेटफार्म पर देखने को मिलेगी, जिसे फैमस डायरेक्टर सार्थक ने डायरेक्ट किया है। किरदार के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया की इस फिल्म में वो नेगेटिव किरदार निभा रहे हैं। इसके अतिरिक्त वो आनंद महादेवन की फिल्म में भी काम कर रहे है तथा एक कॉमेडी वेबसरीज भी कर रहे हैं।
कोरोना के दौर में में भी जयवंत वाडकर ने कई व्यक्तियों की मदद की। कोरोना से पीड़ित व्यक्तियों को seven hill अस्पताल में भर्ती कराया तथा उनके ईलाज के की पूरी जिम्मेदारी उठाई, जिसमें अधिकतर पुलिस डिपार्टमेंट के लोग शामिल थे।