सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को सहयोग करे

Donation

आतंक के खिलाफ भारत को इजराइल बनना ही होगा; हिंदू अस्तित्व की लड़ाई अब आखिरी मोड़ पर.. बिंदास बोल से धर्मयोद्धा डॉ सुरेश चव्हाणके जी का आह्वान

​पहलगाम से गाज़ा तक एक ही संदेश है कि अब भारत को भी इजरायल की तरह इतिहास रचाना होगा

Rahul Panday
  • Apr 27 2025 9:01PM

कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश ही नहीं बल्कि दुनिया के हर हिस्से में इसके गुनहगारों को जड़ से उखाड़ने की माँग हो रही है। इस मुद्दे पर सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान सम्पादक डॉ सुरेश चव्हाणके जी ने रविवार (27 अप्रैल 2025) को बिंदास बोल शो किया। इस शो का शीर्षक 'अगर हमला ‘हमास’ की तरह हो, तो जवाब ‘इसराइल’ की तरह होना चाहिए' रखा गया। इस कार्यक्रम को लोगों ने बेहद पसंद किया। इस मौके पर डॉ चव्हाणके ने भारत की सत्ता और जनता से आह्वान किया कि जैसे इजरायल ने हमास और गाजा पट्टी को नेस्तनाबूत किया, वैसे ही अब भारत को भी आतंकी ठिकाने तबाह करने चाहिए, भले ही उसके लिए सीमा भी क्यों न पार करनी पड़े।  देखिए पूरा शो। 

 

पहलगाम में हिंदुओं पर हमला, सिर्फ हमला नहीं था, यह अस्तित्व पर युद्ध था। कायरों का कोई देश नहीं होता, जैसे श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र में कहा था — धर्म युद्ध से पीछे हटना पाप है। अब भारत को भी इजराइल बनना होगा। जब गाज़ा में इजरायल ने आतंकियों को नेस्तनाबूद कर दिया था, तब दुनिया रोई थी। आज भारत को भी रोने वालों की परवाह नहीं करनी चाहिए। जब आतंकियों ने हिंदुओं से नाम पूछा, धर्म पूछा और गोली मारी। तब तय हो गया कि आतंकवादियों का एक ही मजहब है। और वो है हिंदू विरोध। 

अब समय है कि लोगों से कहा जाए कि आतंक का मजहब पूछो। चश्मा उतारो और आंख खोलो। पहलगाम से मुर्शिदाबाद तक एक ही लकीर दिखे। क्योंकि हिंदू को मिटाने की साजिश चल रही है। फ़िलहाल डरने का समय नहीं क्योंकि अंतिम विकल्प के तौर पर अब इतिहास रचने का समय है। दरअसल भारत को ‘गाज़ा’ नहीं बनाना है। भारत को भारत ही रहने देना है। इजराइल ने दुनिया को दिखा दिया है कि जवाब खून से देना पड़ता है। अब भारत को दिखाना है कि हिंदू भी अन्याय के सामने नहीं झुकेगा। 

याद करो वो समय।  पहलगाम में जो कलमा पढ़ लिए वो बच गए। जो बेचारे नहीं पढ़ सके, वो सब कत्ल कर दिए गए। अब फिर भी न जाने किस मुँह से कहा जाता है कि आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होगा। अंत में सारांश के तौर पर इतना जरूर कहना होगा कि जिस तरह गाजा में आतंकी नेटवर्क खत्म हुआ, वैसे ही भारत को भी अपने घर के गद्दारों की कमर तोड़नी ही होगी। हिंदू सेंट्रिक आतंकवाद को उचित जवाब देना ही होगा और जवाब शब्दों से नहीं, गोला-बारूद से। घर और धर्म के भेदियों  को भी उसी तराजू में रखना होगा। 



0 Comments

ताजा समाचार