अयोध्या में होली का त्योहार नजदीक आ रहा है। 13 मार्च को जिले भर में 2195 स्थानों पर होलिका दहन की परंपरा निभाई जाएगी। इन स्थानों में अयोध्या शहर में 113, नगर कोतवाली क्षेत्र में 207, कैंट थाना क्षेत्र में 78, कुमारगंज में 91, खण्डासा में 92 और इनायत नगर क्षेत्र में 120 स्थानों पर होलिका दहन किया जाएगा। इस मौके पर शहर और गांवों में उत्सव का माहौल रहेगा।
बता दें कि वसंत पंचमी पर 2 फरवरी को होलिका की रेड़ गाड़ी भेजी गई थी। अब बच्चे और युवा लकड़ी जुटाने में जुटे हुए हैं। गांवों में युवा होली गीत गाते हुए होलिका में खर डाल रहे हैं। परंपरा के अनुसार, गाय के गोबर से बने छेददार उपले, जिन्हें 'भर भोलिया' कहा जाता है, की सात की माला बनाकर होलिका में डाली जाएगी। कुछ स्थानों पर होलिका की आग में गेहूं की बालियां और चने के होले भी भूने जाएंगे, जो होली के पर्व का अहम हिस्सा हैं।
प्रशासन ने इस पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नैयर ने कलेक्ट्रेट सभागार में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है। केवल परंपरागत स्थलों पर ही होलिका दहन की अनुमति दी गई है, और नए स्थानों पर इसकी मनाही है। इस कदम से प्रशासन ने सुरक्षा के खतरे को कम करने का प्रयास किया है।
साथ ही, किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जिले के सभी होलिका दहन स्थलों पर पुलिस और होमगार्ड के जवान तैनात रहेंगे, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। इस समय रमजान का पवित्र महीना भी चल रहा है, जिससे प्रशासन और अधिक सतर्क हो गया है। पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी कस्बों और थाना पुलिस चौकियों पर सभी धर्म गुरुओं एवं संभ्रांत लोगों के साथ पीस कमेटी की बैठक कर रहे हैं। इन बैठकों में सभी त्योहारों को शांतिपूर्वक संपन्न कराने की अपील की जा रही है, ताकि किसी प्रकार की हिंसा या अनहोनी न हो।