महाकुंभ मेला जल्द ही शुरू होने वाला है। यह मेला हिंदू धर्म के अनुसार अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। यह मेला हर 12 साल में एक बार आयोजित किया जता है, जिससे इसकी महत्ता और भी बढ़ जाती है। महाकुंभ में स्नान करना मोक्ष की प्राप्ति का एक प्रमुख उपाय माना जाता है। लाखों श्रद्धालु इस धार्मिक अवसर पर स्नान करने के लिए आते हैं। ऐसे में आइए जानते है कि, महाकुंभ पर शाही स्नान क्यों खास होता है और सबसे पहले स्नान करने का मौका किसे मिलता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महाकुंभ में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। अगर हम बात करें कि महाकुंभ मेले में सबसे पहले शाही स्नान कौन करता है। महाकुंभ में सबसे पहले नागा साधु स्नान करते हैं. नागा साधु और प्रमुख साधु सबसे पहले स्नान करते हैं, जिसे 'प्रथम स्नान अधिकार' कहा जाता है। नागा साधुओं को "महायोद्धा साधु" भी कहा जाता है क्योंकि प्राचीन काल में ये धर्म और समाज की रक्षा के लिए एक सेना के रूप में कार्य करते थे। नागा साधु के स्नान के बाद वहां आने वाले पर्यटक त्रिवेणी में स्नान करते हैं। हिंदू धर्म में कुंभ स्नान का बहुत महत्व है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने पूरे जीवन में एक बार कुंभ स्नान अवश्य करना चाहिए।
बता दें कि, नागा साधु अखाड़ों का एक प्रमुख वर्ग हैं, जो कुंभ मेले के शाही स्नान में विशेष भूमिका निभाते हैं। ये साधु नग्न रहते हैं और अपने शरीर पर भस्म लगाते हैं। नागा साधु अपनी कठोर तपस्या और संयम के लिए जाने जाते हैं। इनकी मौजूदगी शाही स्नान को और भी शानदार बनाती है। कुंभ मेले में सबसे पहले नागा साधु शाही स्नान करते हैं और कुंभ मेले में इनका विशेष महत्व होता है। इनके स्नान के बाद ही आम जनता कुम्भ स्नान करती है।
महाकुंभ 2025 की प्रमुख स्नान तिथियां
महाकुंभ में स्नान करने के लिए कुछ विशेष तिथियां निर्धारित की गई हैं, जो इस प्रकार हैं:
प्रथम स्नान: 10 जनवरी 2025 - पौष शुक्ल एकादशी
द्वितीय स्नान: 13 जनवरी 2025 - पौष पूर्णिमा
चतुर्थ स्नान: 25 जनवरी 2025 - माघ कृष्ण एकादशी
पंचम स्नान: 27 जनवरी 2025 - माघ कृष्ण त्रयोदशी
अष्टम स्नान: 4 फरवरी 2025 - माघ शुक्ल सप्तमी (रथ सप्तमी)
नवम स्नान: 5 फरवरी 2025 - माघ शुक्ल अष्टमी (भीष्माष्टमी)
दशम स्नान: 8 फरवरी 2025 - माघ शुक्ल एकादशी (जया एकादशी)
एकादश स्नान: 10 फरवरी 2025 - माघ शुक्ल त्रयोदशी (सोम प्रदोष व्रत)
द्वादश स्नान: 12 फरवरी 2025 - माघ पूर्णिमा
त्रयोदश स्नान: 24 फरवरी 2025 - फाल्गुन कृष्ण एकादशी
चतुर्दश स्नान: 26 फरवरी 2025 - महाशिवरात्रि
शाही स्नान की प्रमुख तिथियां
महाकुंभ में शाही स्नान की तिथियां विशेष महत्व रखती हैं। ये तिथियां विशेष आयोजन और श्रद्धालुओं के लिए निर्धारित की गई हैं:
प्रथम शाही स्नान: माघ कृष्ण प्रतिपदा, मकर संक्रांति 14 जनवरी 2025
द्वितीय शाही स्नान: माघ (मौनी) अमावस्या, 29 जनवरी 2025
तृतीय शाही स्नान: माघ शुक्ल पंचमी (बसंत पंचमी), 2 फरवरी 2025