विश्व शौचालय दिवस पर लखनऊ में हुई कार्यशाला

कार्यशाला को सम्बोधित करते केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा प्रधानमंत्री के संकल्प से स्वच्छ भारत मिशन के तहत आज पूरा देश खुले में शौच से मुक्त हो गया है। प्रधानमंत्री को स्वच्छता की प्रेरणा छत्तीसगढ़ से मिली।

Rajat Mishra
  • Nov 19 2024 9:22PM

इनपुट-अंशुमान दुबे, लखनऊ

 
उत्तर प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में सुरक्षित प्रबंधित स्वच्छता विकास पर दो दिवसीय नेशनल नॉलेज वर्कशाप की शुरुआत केंद्रीय शहरी मंत्रालय के राज्य मंत्री तोखन साहू, प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, राज्य मंत्री राकेश राठौर 'गुरू, भारत में अमरीकी राजदूत एच. ई. एरिक गार्सेटी ने दीप प्रज्ज्वलित कर की। 
 
उसके पश्चात् केंद्रीय ऊर्जा, शहरी आवासान कार्य मंत्रालय मनोहर लाल का विश्व शौचालय दिवस पर स्वच्छता का सन्देश देते हुए कहा कि सभी सामुदायिक व सार्वजनिक शौचालयों की साफ-सफाई और संख्या को बढ़ाने के लिए प्रेरित किया तथा सभी के लिए सीवर नेटवर्क की पहुंच सुलभ हो इसके प्रयास करने की बात कही। वर्कशाप में सभी के लिए टॉयलेट, मैनहोल से मशीन होल, सफाई मित्र सुरक्षा एवं स्वास्थ्य, ओडीएफ से ओडीएफ प्लस प्लस, स्वच्छता पर विभिन्न राज्यों द्वारा अपने अनुभवों को साझा करने, योजना और डीपीआर निर्माण पर अपनी रिपोर्ट साझा करना, तकनीकी प्रयोग, कूड़ा प्रबंधन आदि मुद्दों पर शेसन आयोजित हुए कार्यशाला के दौरान दो एमओयू भी साइन हुए। 
 
कार्यशाला को सम्बोधित करते केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा प्रधानमंत्री के संकल्प से स्वच्छ भारत मिशन के तहत आज पूरा देश खुले में शौच से मुक्त हो गया है। प्रधानमंत्री को स्वच्छता की प्रेरणा छत्तीसगढ़ से मिली। उनके प्रयासों से स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत 2014 से हुई। वर्ष 2021 में इसके दूसरे चरण की शरुआत हुई। देश में अब जन-जन स्वच्छता के प्रतियोगिता जागरूक होकर इसपर ध्यान दे रहा है। जिससे देश में बहुत सी बीमारियों के फैलने से मुक्ति मिली है और बच्चों के जीवन को बचाने तथा महिलाओं के स्वास्थ्य सुधार में भी सफलता मिली है। आज देश के शहरी क्षेत्रों में 97 प्रतिशत वार्डों में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था संचालित है। देश के 65 शहर वाटर प्लस हो चुके हैं। 
 
उन्होंने प्रदेश के नगर विकास के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश का शहरी क्षेत्र स्वच्छता के मामलों में उन्नति कर चुका है। प्रयागराज में होने वाले महाकुम्भ 2025 को दिव्य और भव्य रूप से आयोजित करने के लिए नगर विकास विभाग पूरी तत्परता से प्रयासरत है। विगत कुम्भ की तरह इस बार भी कुम्भ क्षेत्र में सफाई और स्वच्छता दिखेगी और इस महाकुम्भ को स्वच्छ महाकुम्भ के रूप में मनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं भगवान राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ से राम की जन्मभूमि उत्तर प्रदेश में आया हूं। प्रदेश की राजधानी लखनऊ की व्यवस्था और स्वच्छता बहुत ही प्रशंसनीय है। 
 
नगर विकास मंत्री के प्रयासों से दो-तीन वर्षो में ही लखनऊ पूरी स्वच्छ और सुन्दर दिखने लगा है। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड टॉयलेट डे (अंतर्राष्ट्रीय शौचालय दिवस - 19 नवम्बर) पर आज पूरे देश में भारत सरकार के शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा 5 सप्ताह का '19 नवम्बर से 25 दिसम्बर' क्लीन टॉयलेट अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने सभी राज्यों से अपील की, कि वे आपने सभी सार्वजानिक व सामुदायिक शौचालयों के रख-रखाव, साफ-सफाई व सुरक्षा के बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित कराये जाएं। जिससे इन शौचालयों का प्रयोग करने वालों के मन में स्वच्छता और शांति का बोध हो, और इसके प्रयोग को बढ़ावा मिले। उन्होंने अधिक से अधिक सार्वजानिक व सामुदायिक शौचालयों के निर्माण व प्रबंधन का आह्वान किया। 
 
प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने कहा कि आज विश्व शौचालय दिवस मनाया जा रहा है। सभी को स्वच्छता बनाये रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जिससे व्यवहार में परिवर्तन आ रहा है। उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी जनसंख्या वाला राज्य है, जहां सबसे अधिक नगरीय निकाय भी हैं। शहरों की स्वच्छता को बनाये रखने के लिए तकनीकी प्रयोग के साथ व्यवस्थित तरीके से मैनपावर को बढ़ाकार सफाई कार्य कराया जा रहा है। 2014 से 2019 के बीच प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में लगभग 9 लाख शौचालय बनाये गए हैं, जिसकी साफ-सफाई और रख-रखाव की समुचित व्यवस्था की गयी है। नागरिकों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए डीसीसीसी (डेडिकेटेड कमांड एंड कण्ट्रोल सिस्टम) की व्यवस्था की गयी है।
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