इनपुट- देवेश वर्मा, लखनऊ
लगातार सुर्खियों में रहने वाली राजधानी लखनऊ की चिनहट कोतवाली एक बार फिर चर्चा का विषय बनी हुई है। आपको बता दे बीते 25 तारीख को यहां दो युवकों मोहित और आदेश के बीच लेनदेन को लेकर विवाद हो गया था, जिसके बाद दोनों ही पक्षों के द्वारा 112 नंबर डायल किया गया और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों युवकों को थाने पर ले आई।
जहां दोनों पक्षों का शान्ति भंग करने को लेकर कार्यवाही की गई। वही मोहित के भाई के अनुसार पुलिस ने आदेश को थाने से छोड़ दिया और मोहित को लॉकपक में डाल दिया।मोहित के परिजनों की माने तो आरोपी को लॉकअप में बंद करने के बाद पुलिस ने युवक की जमकर पिटाई की गयी जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी । आनन फानन में पुलिस युवक को चिनहट के सीएचसी लेकर जाती है जहां गंभीर हालत के चलते उसको लोहिया अस्पताल रेफर कर दिया जाता है और अस्पताल पहुंचने पर युवक को डॉक्टर के द्वारा मृतक घोषित कर दिया गया।
इसके बाद मृतक के भाई के द्वारा परिजनों को इसकी जानकारी दी गई। मृतक की माँ और पत्नी ने आदेश के चाचा और चिनहट इंस्पेक्टर पर थाने में युवक की बर्बरता पूर्वक पिटाई के हत्या करने का आरोप लगाया और अस्पताल के सामने धरने पर बैठ गए जिनके बाद अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद चिनहट कोतवाली में हत्या की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया गया। अधिकारियों के अनुसार हत्या की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें यह कोई पहला ऐसा मामला नहीं है इससे पहले भी पुलिस अभिरक्षा में मौत का मामला विकास नगर और हसनगंज जैसी कोतवाली में होने का आरोप लग चुका है । बावजूद इसके अधिकारी इस तरफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं करते हैं ।मृतक की मां ने थाने में जो तहरीर दी उसके अनुसार पुलिस की कार्रवाई पर कई सवालिया निशान खड़े हो गए। मां ने बताया की पुलिस उसके बेटे को रात भर बेरहमी से पीटती रही और बेटा प्यास से तड़पता रहा बावजूद इसके पुलिस वालों का दिल नहीं पसीजा और आखिर में मेरे बेटे की पुलिस कस्टडी में ही मौत हो गई। फिलहाल पोस्टमार्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी और अधिकारी उसके अनुसार ही मामले में आगे की कारवाही करने की बात कर रहे है।