इनपुट- शैलेश कुमार शुक्ला, लखनऊ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी मंत्री ने आज परिषद की बैठक में बड़ा निर्णय लिया है। मंत्री परिषद के कई मंत्रियों के प्रभार वाले जनपद में दिए दायित्व में बदलाव किया गया है। उपचुनाव को देखते हुए कई जनपदों के प्रभारी मंत्रियों को दूसरे जनपदों में प्रभार की जिम्मेदारी मिली है।
इतना ही नहीं योगी आदित्यनाथ ने कई मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा करते हुए कई मंत्रियों को नए सिरे से जिलों की जिम्मेदारी दी है। दरअसल आज कई दिनों बाद सभी मंत्रियों स्वतंत्र प्रभार, राज्य मंत्री व कैबिनेट को सीएम आवास बुलाया गया था। मुख्यमंत्री और दोनों उप मुख्यमंत्रियों के पास 25-25 जिलों का प्रभार है और हर चार महीने में जिलों के प्रभार का रोटेशन किया जाएगा। इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रभारी मंत्री फील्ड में उतरकर जनता से मिलें, संवाद करें और जनसमस्याओं का समाधान कराएं। बैठक में तय किया गया कि हर मंत्री को मिले जिले में उनके उत्तरदायित्वों के निर्वहन में मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री भी मदद करेंगे।
सीएम योगी ने आदेश दिया है कि जिले के प्रभारी मंत्री के रूप में मंत्री प्रत्येक माह में कम से कम एक बार 24 घंटे के लिए अपने प्रभारी जनपद में प्रवास करेंगे। इस बैठक में संगठन स्तर पर भी मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा हुई थी ।