झारखंड के दो परिवारों ने की घर वापसी... श्री राम मंदिर के अक्षत हाथ में लेते हुए निकले आंसू , कहा " भगवान राम है हमारे आराध्य "
झारखंड से दो ईसाई परिवारों के घर वापसी करने का मामला सामने आया है।
22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव है। जिसको लेकर पूरे देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हिंदू श्रद्धा और रामभक्ति में डूबकर इस पावन बेला के लिए उत्सव मना रहे हैं। ऐसे में सनातन धर्म और श्री राम में आस्था रखने वाले लोग अपनी जड़ सनातन में घर वापसी कर रहे है। और प्रभु श्री राम की भक्ति में भाव विभोर होकर हिन्दू धर्म अपना रहे है। ऐसे में झारखंड में दो परिवारों ने घर वापसी की है।उन्होंने ईसाई मत को त्याग कर हिन्दू धर्म को अपना लिया है।
आपको बता दें कि झारखंड के खूंटी जिले के पाटपुर गांव में दो ईसाई परिवारों ने घर वापसी की है। दरअसल अयोध्या राम मंदिर से कुछ रामभक्त अक्षत चावल और निमंत्रण पत्र लेकर घर-घर जा रहे हैं। इसी दौरान ये रामभक्त इस गांव में पहुंचे। जहाँ पहले से ही मतांतरित होकर ईसाई बन चुके दो परिवारों रहते है इन्होने प्रभु श्री राम की भक्ति में लीन होकर सनातन धर्म में रामभक्तों के सामने घर वापसी कर ली।
कहा प्रभु श्री राम है आराध्य
आपको बता दें कि सनातन को अपनाने वाले दोनों परिवारों ने घर वापसी करते हुए कहा कि भगवान राम उनके आराध्य हैं। इसके आगे उन्होंने कहा की कुछ लोगों के बहकावे में आकर वे अपने मार्ग से भटक गए थे और दूसरे पंथ में चले गए थे। लेकिन अब उन्हें सही पथ की पहचान हो गई है। उन्होंने ये भी कहा की कि भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर श्रद्धा और भक्ति का माहौल है।
जिसे देखकर हमें खुद को रोक पाना काफी मुश्किल है। अब हमारा मन राम से मिलने को व्याकुल है। उन्होंने कहा कि जल्द ही हम अयोध्या जाएंगे। यह कहते हुए घर वापसी करने वाले राजेंद्र चीक बड़ाईक और उमेश चीक बड़ाईक भाव-विभोर हो गए औरआंखों से अश्रू धारा बहने लगी। आपको बता दें कि ईसाई मत से हिन्दू धर्म से मतांतरित करने वाले दोनों परिवारों ने कहा की वे 22 जनवरी 2024 राम के प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर वे अपने घरों में सत्यनारायण की कथा सुनेंगे और प्रभु श्री राम के दर्शन अयोध्या भी जाएंगे।