युवा पत्रकार के हृदय गति रुकने से हुआ आकस्मिक निधन, सामाजिक राजनीतिक और पत्रकारिता जगत में शोक का लहर
युवा पत्रकार के हृदय गति रुकने से हुआ आकस्मिक निधन, सामाजिक राजनीतिक और पत्रकारिता जगत में शोक का लहर
युवा पत्रकार के हृदय गति रुकने से हुआ आकस्मिक निधन, सामाजिक राजनीतिक और पत्रकारिता जगत में शोक का लहर
युवा पत्रकार के हृदय गति रुकने से हुआ आकस्मिक निधन, सामाजिक राजनीतिक और पत्रकारिता जगत में शोक का लहर
दरभंगा के युवा पत्रकार अवधेश कुमार सिन्हा की गुरुवार की देर रात हृदय गति रूक से आकस्मिक निधन हो गया। आज अहले सुबह जब ये खबर आई तो दरभंगा के तमाम पत्रकार समेत कई लोग स्तब्ध रह गए। लोगो को सहसा विश्वास ही नही हो रहा था कि हमेशा हँसते रहने वाले अवधेश जी हमारे बीच नही रहे। वही निधन की खबर पर राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ता के साथ साथ सैकड़ो की संख्या में लोग उनके आवास पर पहुच कर नम आंखों के साथ उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर उनके आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना किया।
उनके आकस्मिक निधन से उनके परिवार जनों के आंसू थमने का नाम ही ले रहे थे। उनकी 6 वर्षीय पुत्री के सिर से पिता का साया उठ चुका था। आवास पर पहुचे तमाम लोग उनके पुत्री को देख कर अपने आंसू रोक नही पा सके। उपस्थित सभी लोग उनके रोते बिलखते परिवारजनों को ढाढ़स बांधने का गुहार करते नजर आ रहे थे ।
बताते चले कि स्व रत्नेश्वर नारायण सिन्हा के दो पुत्र में अवधेश कुमार और विवेक कुमार जिसमें बड़े पुत्र अवधेश कुमार थे उनके निधन के बाद उनके परिवार में छोटा भाई विवेक उनकी माँ सावित्री देवी और पत्नी और बेटी है ।पत्रकार अवधेश कुमार ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में काम करके अपनी छाप छोड़ रखी थी। हमेशा मुस्कुराते और काम के प्रति अपनी लगन के चलते उन्होंने काफी कम उम्र में ही लोगो के दिल मे अपनी जगह बना ली थी।
दरभंगा के भीगो शमशान घाट पर पूरे हिन्दू रीति रिवाज के साथ उनका अंतिम संस्कार सम्पन्न हुआ जिसमें सैकड़ो की संख्या में लोगो ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी