महाराष्ट्र की राजनीति में आज यानी रविवार(2 जुलाई 2023) को एक बार फिर बड़ा उलटफेर देखने को मिला है. अब महाराष्ट्र की राजनीति में अजीत पावर ने उप मुख्यमंत्री की शपथ ले ली है. राज्यपाल रमेश बैस ने पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई. उन्होंने राजभवन में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. अब एनसीपी पार्टी टूट की कगार पर पहुंच चुकी है. महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफे की पेशकश करने वाले अजित पवार ने आज अपने आवास पर समर्थक विधायकों के साथ बैठक की और इसके बाद 30 विधायकों के साथ राजभवन पहुंचकर राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की.
एनसीपी नेता अजित पवार ने महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में उप – मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद छगन भुजबल ने भी मंत्री पद की शपथ ली. पावर और छगन भुजबल के बाद दिलीप वलसे पाटिल ने भी मंत्री पद की शपथ ली. पाटिल महाराष्ट्र के गृह मंत्री भी रह चुके है. पाटिल को शरद पवार का करीबी भी माना जाता है.
एनसीपी नेता धनंजय मुंडे ने भी मंत्री पद की शपथ ली. उनके बाद महिला विधायक अदिति तटकरे ने भी शपथ ग्रहण समारोह में शपथ ली. इसके बाद एनसीपी के ही नेता अनिल पाटिल ने मंत्रीपद की शपथ ली. पाटिल के बाद धर्मराव अन्नाम, सुनिल वलसाड और हसन मुश्रीफ ने भी शपथ ली. अजित पवार के गुट ने दावा किया है कि उनके साथ एनसीपी के 40 विधायकों का समर्थन है. बता दें कि अब तक एनसीपी के 9 विधायक मंत्री पद की शपथ ले चुके है.
एनसीपी में बगावत के बाद महाराष्ट्र के मुंबई स्थित राजभवन में शपथ समारोह की तैयारी हो गई थी. इसके बाद अजित पवार ने अपने आवास पर समर्थक विधायकों के साथ बैठक की और फिर राजभवन के लिए पहुंच गए. राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह का मंच तैयार था समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहे.
अजित पवार के उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि अब हमारे पास 1 मुख्यमंत्री और 2 उपमुख्यमंत्री है. डबल इंजन सरकार अब ट्रिपल इंजन बन गई है. उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र के विकास के लिए अजित पवार और उनके नेताओं का स्वागत है. उन्होंने कहा कि अजित पवार का अनुभव मदद करेगा.
अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पत्रकार सम्मेलन में अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विकास को महत्व देना बहुत जरूरी है. पिछले 9 वर्षों से प्रधानमंत्री मोदी जिस तरह विकास के लिए काफी काम कर रहे है. उसे देखकर मुझे लगा है कि मुझे भी विकास की यात्रा में भागीदार होना चाहिए. इसलिए में भी एनडीए में शमिल होना चाहता था.