उत्तर प्रदेश स्थित अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में राम लला की प्रतिमा की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए एक हफ्ते तक आयोजन होगा. श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट के बोर्ड ने फैसला किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा. सप्ताह भर चलाने वाले समारोह को जनवरी 2024 में मंकर संक्रांति से या उसके एक दिन बाद से शुरू होगा.
ट्रस्ट प्राण- प्रतिष्ठा समारोह के लिए शुभ तिथि तय करने के लिए ज्योतिषियों से परामर्श कर रहा है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के अनुसार, ट्रस्ट देशभर के मंदिरों में ‘अयोध्या प्राण- प्रतिष्ठा’ का आयोजन भी करेगा. यह निर्णय लिया गया है कि राम लला की मूर्ति की स्थापना के लिए सात दिवसीय प्राण- प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया जाएगा. ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री मोदी को निमंत्रण भेजेगा.
चंपत राय ने कहा है कि चूंकि अभी तक आयोजन की कोई तारीख तय नहीं की गई है, प्रधानमंत्री को दिसंबर (2023) और 26 जनवरी 2024 के बीच कार्यक्रम की संभावित तिथि के बारे में अवगत कराया जाएगा. राम मंदिर के चल रहे निर्माण कार्य में गुरुवार से मंदिर के भूतल के फर्श का काम शुरू होने की संभावना है. उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान के सफेद मकराना मार्बल का इस्तेमाल राम मंदिर के फर्श के लिए किया जाएगा.
उन्हें विश्वास है कि राम मंदिर के भूतल का निर्माण कार्य इस साल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा. ट्रस्ट का पूरा जोर निर्माण कार्य समय से पूरा करने पर है. हर सप्ताह ट्रस्ट के ओर से निमार्ण कार्य की तस्वीरें भी शेयर की जा रही है. बीते कुछ तीनों से निर्माण कार्य की तस्वीरें काफी चर्चा में रही है. वहीं बीते दिनों आई तस्वीर में देखा जाता है कि निर्माणाधीन मंदिर के प्रथम तल की छत का काम चल रहा है.