इस वर्ष भी निरंतर संचालित होगी ओनलाइन संस्कृत भाषा शिक्षण कक्षा

इस वर्ष भी निरंतर संचालित होगी ओनलाइन संस्कृत भाषा शिक्षण कक्षा -

अभिमन्यु
  • Apr 12 2023 3:47PM

इस वर्ष भी निरंतर संचालित होगी ओनलाइन संस्कृत भाषा शिक्षण कक्षा - उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान, लखनऊ द्वारा वर्ष 2023 के अप्रैल मास में सञ्चालित होनी वाली 22 संस्कृत भाषा शिक्षण कक्षाओं का शुभारंभ हुआ जिसमें संस्थान के प्रशिक्षकों समस्त पंजीकृत छात्रों को सूचना प्रदान की गई। वर्ष 2022-23 में ओनलाइन कक्षाओं के माध्यम से अभूतपूर्व उपलब्धियों को हासिल करने वाली संस्थान की इस योजना से न केवल प्रदेश अपितु देश में विदेश में बडे पैमाने पर संस्कृतानुरागी समाज लाभान्वित हुआ।

निदेशक विनय श्रीवास्तव ने कहा कि संस्थान का उद्देश्य संस्कृत से संस्कृति का संरक्षण हैं। गौरतलब हैं कि संस्थान द्वारा निरंतर तीन वर्ष से संस्कृत की ओनलाइन कक्षाएं प्रतिमास संचालित हो रही हैं । साथ में ही प्रदेश के प्रत्येक जनपद में संयोजक को नियुक्त कर गृहे गृहे संस्कृत योजना के माध्यम से जिला स्तर से संस्कृत भाषा शिक्षण केंद्र संचालित होंगे ।

वित्त वर्ष 2023 -24 के प्रथम चक्र के शुभारंभ पर शिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी निराश न हो संस्थान इस वर्ष भी ओनलाइन संस्कृत भाषा शिक्षण कक्षाएं निरंतर संचालित करेगा। संस्थान के अध्यक्ष आई. ए. एस. जितेंद्र कुमार भी इस योजना के लिए उत्साहित हैं तथा आगे संस्कृत सेवा पोर्टल से समस्त योजनाओं को जोड़ने की योजना पर काम होगा। योजना सर्वेक्षिका चंद्रकलाशाक्या ने कहा कि अभी तक हम प्रथम एवं द्वितीय स्तरीय पाठ्यक्रम पढा रहे हैं आगे तृतीयस्तर के बारे में चिंतन चल रहा हैं । भाषाध्यापन निरंतर होने से संस्कृत निष्ठ समाज की अपेक्षा हमसे बढ गयी हैं उन अपेक्षाओं पर हम पूर्णतया खरा उतरेंगे ।

प्रशिक्षण प्रमुख सुधिष्ठ मिश्र ने बताया कि यद्यपि अप्रैल मास में अन्य मासों से अपेक्षाकृत कम पंजीयन हुआ हैं पर हमारे समन्वयन गण धीरजमैठाणी, राधाशर्मा तथा दिव्यरंजन की रिपोर्ट बताती हैं कि इस वर्ष भी पूर्ण उत्साह के साथ शिक्षार्थी संस्थान की इस सद्यस्ककक्षा का लाभ लेंगे । इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी दिनेशमिश्र , जगदानन्द झा ने विचार प्रकट कर योजना को सुचारूतया संचालित करने हेतु मार्गदशन किया। समन्वयन गण में धीरजमैठाणी ने कक्षा एवं प्रशिक्षक प्रबंधन कर समन्वयक दिव्यरंजन तथा आचार्या राधाशर्मा के सहयोग से समस्त कक्षा का निरीक्षण कर प्रशिक्षकों का अपेक्षित मार्गदर्शन एवं सहयोग किया । विभिन्न समय सुविधा के साथ संचालित होने वाली अप्रैल मासीय 22 कक्षाओं के माध्यम से 1387 शिक्षार्थी आमंत्रित हैं ।

नूतन सत्र के आरंभ होने पर समस्त प्रशिक्षकों ने गत वर्ष के शैक्षणिक अनुभव साझा कर नये जोश के साथ कार्य करने हेतु अपना उत्साह दर्शाया। सत्रारंभ गणेशवन्दना से हुआ । अंत में प्रशिक्षक महेन्द्र मिश्रा ने समस्त समागतों का धन्यवाद ज्ञापित कर शिक्षण सोपानों का अनुसरण कर परिचय, तत् एतत् इत्यादि शब्दों के व्यावहारिक प्रयोग पर प्रकाश डाला । प्रातः 11 बजे की इस कक्षा में 55 शिक्षार्थी उपस्थित थें जिनमें से 46 ने विशेष उत्साह दिखाया। पंजीयन हेतु संस्थान की वेबसाइट को विजिट कर सकते हैं ।

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