आपको बताते चले कि निजी स्कूल मैं मनमाना फ्री पर एजुकेशन डिपार्टमेंट को लग़ाम लगाना चाहिए .एक़ तय सीमा मैं फ़ीस लेना चाहिए .ताकी अभिभावक को लोड कम पड़े .
बिहार के समस्तीपुर शहर जो जिला मुख्यालय का हार्ट हैं ऐसे दर्जनो स्कूल हैं जहां क़िताब दुकानदार और स्कूल मिलकर आम अभिभाबक को मोटी फीस देने पर मज़बूर करते हैं .सुदर्शन के सम्बादाता को स्टेशन रोड पर बिहार पुष्तक भवन के गौरब ने बताया कि सरकार का कोई नियंत्रण नहीं होने से बुक शॉप और विधालय बाले मनमाना लूट मचाए हुए हैं .एक मिलन बुक डिपो का सालाना करोड़ों का कारबार होता हैं जो वैट टैक्स नहीं होने पर मोटा भाई बन कर ख़ुद मुस्लिम होते हुए हिन्दू और ईशाई की लड़की से सादी कर रखा हैं .
इस लूट का दूसरा पार्ट ड्रेस मेकर भी हैं जो कमीशन पर स्कूल और कोचिंग का ड्रेस सिलते हैं .कुल मिला कर अभिभाबक को अपने बच्चो को पढ़ना हैं निजी स्कूल मे तो क़मर पूरी ढील करने होंगे l