बिहार विकास के रास्ते कम राजनीत के रास्ते :चर्चा गर्म

सीमांचल मिथिलांचल की कोख से निकले पूर्ब सांसद आनंद मोहन और राजेश रंजन का मिलन .विधान पार्षद पूर्ब मंत्री भारत सरकार उपेंद्र कुशबाहा का दबाब राजनीत .फ़िर राजद मंत्री का बयान पूरी तरह राजनीत का बाज़ार बन चुका बिहार .रोजी रोजगार बिहार विकास बैक फूट पर चला गया .यह लालू का बिहार हैं स्किप्ट फ़िल्म का लिखा जा रहा हैं .आगे बोलने के लिए पी .के ;चिराग ;पप्पू यादव हैं जो बिहार के लोगों का मोनोरंजन करेंगे .

प्रवीण सिंह
  • Jan 31 2023 8:11PM

बीजेपी के साथ सरकार होने पर नितीश को डर था की जनता यू का विधायक बीजेपी मे ना चला जाए .फ़िर भी नितीश ने उप राष्ट्र पति पद के चाहत मे इंतज़ार किया .जब कुर्सी कुमार को यह मौका नहीं मिला तो मोदी के खिलाप हो गए और सभी एंटी मोदी को एक करने मे लगे .यहाँ भी मुँह की खाए .तो उल्टा पुलटा बयान मंत्री से निकलबाया गया .१०-२०% बाले को टारगेट कर जातीय कार्ड खेला गया l

दूसरी तरफ़ बीजेपी सब का साथ सबका का विकास का नारा दे कर सभी को लेकर चलने की बात कर रहीं .इस कार्ड का तोड़ करने के लिए पिछड़ा आगरा का राजनीत गर्म हैं .राज्य के मंत्री आलोक मेहता से बोलबया गया कि योगी ज़ी मठ के महंत हैं तो मन्दिर मे घंटा बजाए l

एक कार्ड बीजेपी को रोकने के लिए आनंद पप्पू की जोड़ी को आगे लाया जा सकता हैं .बिहार के सेंट्रल मे नितीश के मनाकुल चाल होती रही और विकास बैक डोर पर खड़ा मुँह खोले आस मे हैं .यह जनता को सोचना होगा कि चुनाब मे खिचड़ी विधायक नहीं दें l

 

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