दिल्ली में दिल दहला देने वाली घटना की चर्चा हर तरफ है। अब ऐसी ही एक और घटना का खुलासा हुआ है छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में।
दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड की तरह छत्तीसगढ़ के बिलासपुर मे हत्या कर शव को ठिकाने लगाने का प्रयास में पकड़ा गया आशीष ने खुलासा किया है कि उसने सबूत मिटाने के लिए सबको जलाकर ठिकाने लगाने की तैयारी कर ली थी, इसके लिए वह रात होने का इंतजार कर रहा था, एन वक्त पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया और मामले का खुलासा हो गया।
पुलिस कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया और सच्चाई कबूल दिया। पुलिस शव को कार से बरामद कर लिया है।
बता दें कि बिलासपुर में लापता युवती के हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कार में युवती की लाश मिली है। गला दबाकर हत्या के करने के बाद आरोपी ने लाश को चार दिन से कार में छिपाकर रखा हुआ था। युवती शहर में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, भिलाई दुर्ग निवासी 24 वर्षीय युवती प्रियंका सिंह बिलासपुर में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। बीते 16 नवंबर को परिजनों ने कोतवाली थाने में प्रियंका के गुमशुदगी का रिपोर्ट दर्ज कराया था। पुलिस इसकी तफ्तीश में लगी थी कि इसी बीच तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस को जानकारी मिली कि प्रियंका कस्तूरबा नगर निवासी मेडिकल व्यवसायी आशीष साहू से संपर्क में थी।
पुलिस ने आशीष को हिरासत में लेकर पूछताछ किया। जिसके बाद आशीष से जो जानकारी मिली, उससे पुलिस भी सन्न रह गई। आशीष ने प्रियंका की हत्या करने और लाश को घर में रखे कार में छिपाने की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस की टीम आशीष के घर कस्तूरबा नगर पहुंची और कार से प्रियंका के शव को बरामद कर लिया। आशीष ने बेरहमी से गला दबाकर हत्या करने के बाद कार में प्रियंका का शव छिपा दिया था।
बताया जा रहा है कि चार दिन पहले ही आशीष ने प्रियंका का हत्या कर लाश घर में खड़े कार में छिपा दिया था। पुलिस की माने तो प्रारंभिक जांच में लेन देन के विवाद में हत्या की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है, दोनों शेयर मार्केट में इन्वेस्ट भी करते थे। इसी के पैसे को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था। बहरहाल, शव का पंचनामा कर पीएम के लिए भेज दिया गया है। आरोपी आशीष साहू को गिरफ्तार कर पुलिस पूछताछ कर रही है।