वाजपेयी का नेतृत्व कौशल कमाल का था, आज उनकी पुण्यतिथि है
उन्होंने 6 अप्रैल 1980 में लाल कृष्ण आडवानी, मुरली मनोहर जोशी, विजय राजे सिधिया जैसे दिग्गज नेताओं के साथ जनता पार्टी छोड़ कर भारतीय जनता पार्टी बनाई थी। जब अटल जी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे तो उन्होंने 1981 में बुलंदशहर में संगठन की मजबूती के लिए चार जनसभा की थी।
Raj Mahur ( @the_rajmahur )
देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज पुण्यतिथि है। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दिल्ली स्थित 'सदैव अटैल' जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। अटल बिहारी वाजपेयी जन्म मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 25 दिसंबर, 1924 को एक मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था। उनकी मां का नाम कृष्णा देवी और पिता का नाम कृष्ण बिहारी वाजपेयी था। वाजपेयी ने अपनी स्कूली पढ़ाई ग्वालियर के सरस्वती शिशु मंदिर से की।
उन्होंने 6 अप्रैल 1980 में लाल कृष्ण आडवानी, मुरली मनोहर जोशी, विजय राजे सिधिया जैसे दिग्गज नेताओं के साथ जनता पार्टी छोड़ कर भारतीय जनता पार्टी बनाई थी। जब अटल जी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे तो उन्होंने 1981 में बुलंदशहर में संगठन की मजबूती के लिए चार जनसभा की थी।
अटल जी करीब पांच दशक तक संसद के सदस्य रहे हैं। वह 1957 से छह अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हुए 10 बार लोकसभा के लिए चुने गए। वाजपेयी ने अपना पहला चुनाव 1957 में लड़ा था, जिसमें वह मथुरा में राजा महेंद्र प्रताप से हार गए लेकिन उत्तर प्रदेश के बलरामपुर निर्वाचन क्षेत्र से जीते, और दूसरी लोकसभा के लिए चुने गए।
अटल बिहारी वाजपेयी बहुत अच्छे कवि और लेखक भी थे। उन्होंने 20 से अधिक किताब लिखी हैं, इनमें 6 से अधिक किताब उनकी कविताओं के संग्रह पर आधारित हैं। एक संग्रह का नाम है, 'क्या खोया क्या पाया,' इसे बाद में 'संवेदना' नाम के म्यूजिक एल्बम में बदला गया। वाजपेयी की लिखी कविताओं को जगजीत सिंह ने कंपोज करके गाया है।