मूलभूत सुविधाओं से वंचित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी, स्वास्थ्य विभाग लापरवाह, मरीजों की जिंदगी से किया जा रहा है खिलवाड़

सोनभद्र। उत्तर प्रदेश सरकार लगातार स्वास्थ्य विभाग की दशा सुधारने में लगी है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक लगातार भ्रमण कर सरकारी अस्पतालों की कमियों को सुधारने पर गंभीरता से प्रयास कर रहे हैं ताकि आने वाले मरीजों को अच्छे माहौल में बढ़िया उपचार के साथ सुधार की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। लेकिन बेपरवाह स्वास्थ विभाग सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। अस्पतालों में गंदगी का अंबार देखने को मिल रहा है। मरीजों को बाहर से दवा लिखी जा रही है। खून की जांच बाहर से कराई जा रही है।एंबुलेंस के नाम पर डिलीवरी के नाम पर एवं अन्य इलाज के नाम पर मरीजों के परिजनों से पैसे वसूले जा रहे हैं। बार-बार जिला प्रशासन को भी इन समस्याओं से अवगत कराया गया लेकिन कोई सुधार देखने को नहीं मिल रहा है।

Rajesh Singh Twitter account @RajeshSinghSTV
  • Jul 13 2022 8:50AM
दुद्धी, सोनभद्र। पिछले दिनों ही महिला आयोग की सदस्य अनिता सिंह दुद्धी अस्पतालों के भ्रमण की थी जहां गन्दगी व मरीजों की शिकायत सुनकर भड़क गई थी। उन्होंने अपने रिपोर्ट में इसकी शिकायत जिलाधिकारी से भी की थी और सख्त कार्यवाही का निर्देश दिया था पर जिला प्रशासन नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा हैं। 
 
 
ऐसा ही एक मामला दुद्धी सीएचसी में देखने को मिला, जहां सीएचसी में जाने पर सीएचसी अधीक्षक नदारत मिले जबकि सीएचसी में लैब टेक्नीशियन को मशीन आपरेटर तक नहीं आता हैं। जिससे मरीजों को जांच के लिए बाहर जाना पड़ रहा हैं। वही दवाइयों के नाम पर पैरासिटामोल व कुछ विटामिन की छोटी मोटी दवाइयां मिल रही हैैं। बाकी दवाइयों के लिए मरीजो को बाहर सके मेडिकल स्टोर पर जाना पड़ता है। अगर अस्पताल में साफ सफाई की बात की जाय तो अस्पताल परिसर से लेकर वार्ड में गंदगी का भरमार है। मरीजो को वार्ड में बिस्तर के लिए चादर तक नही मिलता है। वही एक सफाई कर्मी के बदौलत साफ सफाई व पोस्टमार्टम की व्यवस्था चलती है। वार्ड में बाथरूम के दुर्गंध से मरीजों का बुरा हाल है। 
 
सीएचसी में तैनात चिकित्सक मनोज एक्का से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि हमने लैब टेक्नीशियन के लिए जिला प्रशाषन से मांग की है। वही दवाइयों के लिए भी पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है। एक सफाई कर्मी है, उससे पोस्टमार्टम का भी काम लिया जाता हैं। जिला प्रशासन से सफाई कर्मी व पोस्टमार्टम के लिए कर्मचारी की मांग की गई है। लगातार हम इस विषय मे जिला प्रशाषन को अवगत करवा रहे है। आगे का काम जिला प्रशासन का है।
 
 
 
वही सीएचसी में तैनाथ लैब टेक्नीशियन सीताराम का कहना है कि मैं मैनुअल जांच जो भी आता है करता हूँ। मुझे मशीन से जांच करने नही आता उसके लिए जो लड़का रखा गया था उसकी पिछले दिनों दुर्घटना में मौत हो गयी हैं। मशीन से किसी भी प्रकार की जांच लैब में नहीं की जा रही है।
 
 
 
 
वही इस मामले में दुध्धी एसडीएम शैलेन्द्र मिश्रा ने बताया कि पिछले दिनों महिला आयोग की सदस्य अनिता सिंह आयी थी और अस्पतालों के भ्रमण कर हालचाल जाना था। उन्होंने अस्पतालों की दशा सुधारने के लिए पत्र लिखकर चेतावनी भी दी है। हमने भी अस्पताल को 10 दिन का समय दिया हैं। साफ सफाई, दवाइयां, ब्लड जांच सभी कमियों को सुधार कर गुणवत्ता के साथ मरीजों का इलाज किया जाए। 10 दिन बाद पुनः निरीक्षण मैं स्वयं करूंगा अगर कमियों को दूर नहीं किया गया तो जिलाधिकारी को कड़ी कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखूंगा।
 
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