जनपद सोनभद्र में जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह के नेतृत्व में सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ चल रहे जनआंदोलन "मेरा प्लास्टिक मेरी जिम्मेदारी" के अंतर्गत जनपद के सभी को घरों पर बोरी टांगने का लक्ष्य रखा गया था। इस मुहिम को जन आंदोलन बनाने के लिए जनपद के जनप्रतिनिधि विधायक मंत्री ब्लाक प्रमुख एवं सभी ग्राम प्रधान से आह्वान किया गया था कि अपने क्षेत्रों में सम्मानित लोगों के घरों पर प्लास्टिक की बोरी लगाएं एवं इस्तेमाल किए गए प्लास्टिक बोरी में इकट्ठा करें। परिणामस्वरूप जनपद के लगभग 3 लाख घरों पर बोरियां लगाई गई। जिसमें कुल वजन 4900 किलो प्लास्टिक इकट्ठा हुआ। इकट्ठा हुआ प्लास्टिक को निस्तारण के लिए अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री को दिया गया।
जिलाधिकारी कार्यालय गेट के पास संतोष कुमार यादव, अतिरिक्त सचिव, भारत सरकार नोडल अधिकारी नीति आयोग, चंद्र विजय सिंह, जिलाधिकारी, डॉ यशवीर सिंह, पुलिस अधीक्षक सोनभद्र एवं मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गंगवार के हरी झंडी दिखा कर प्लास्टिक को अल्ट्राकेट के लिए रवाना किया। नोडल अधिकारी संतोष यादव ने बताया कि यह अभियान अपने आप में एक नवीन अभियान है। इससे पर्यावरण को नुकसान होने से बचाया जा सकेगा। जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने बताया कि इस अभियान का सबसे मुख्य बिंदु यह है कि लोगों को प्लास्टिक उन्ही के घरों पर टंगी बोरी में संकलित किए जाने के लिए समझाया गया और लोगों ने प्लास्टिक को बाहर फेंकने की जगह अपने घर पर टंगी बोरी में ही रखा।
ग्राम पंचायत के द्वारा वह प्लास्टिक इकट्ठा कर उसको निस्तारण के लिए अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री को उपलब्ध कराया गया। विकासखंड बभनी से 235 किलो, विकास खंड चतरा से 417 किलो, विकास खंड चोपन से 235 किलो, विकास खंड दुद्धी 325 किलो, विकास खंड घोरावल 840 किलो, विकासखंड करमा 830 किलो, विकास खंड कोन से 222 किलो, विकास खंड म्योरपुर से 866 किलो, विकास खंड नगवा से 408 किलो एवं विकास खंड राबर्ट्सगंज से 522 किलो प्लास्टिक सफाई कर्मियों एवं गांव के लोगों के द्वारा इकट्ठा किया गया है।
भारत सरकार द्वारा 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन किया गया हैं। भारत सरकार के पेयजल और स्वच्छता विभाग के द्वारा उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के इस कार्यक्रम को अपने पेज पर स्थान दिया गया हैं। जनपद में जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह के द्वारा यह एक नवीन प्रयोग किया गया, जो काफी सफल रहा। "मेरा प्लास्टिक मेरी जिम्मेदारी" कार्यक्रम निम्न चरणों में संपन्न हुआ।
प्रथम चरण में घरों पर बोरी टांगा जाना था, द्वितीय चरण में लोगों से अपील किया जाना कि अपनी प्लास्टिक अपनी जिम्मेदारी समझते हुए उसे उसी मोरी में डालें, तृतीय चरण में 20 से 25 तारीख तक घर घर जाकर प्लास्टिक को कलेक्ट कर एक जगह इकट्ठा कर विकास खंड पहुंचाना। इसके अंतिम चरण में आज प्लास्टिक इकट्ठा कर अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री को निस्तारण के लिए जिलाधिकारी चंद्र विजयसिंह के द्वारा 4900 किलो प्लास्टिक अल्ट्राटेक के प्रबंधन को हस्तांतरित किया जाना। कार्यक्रम में सभी विकास खंडों के सहायक विकास अधिकारी, विशाल सिंह जिला पंचायत राज अधिकारी सोनभद्र, विनय सिंह, अपर जिला सूचना अधिकारी, राजेश सिंह अपर जिला पंचायत अधिकारी सोनभद्र अनिल केसरी डीपीसी, स्वच्छ भारत मिशन सोनभद्र उपस्थित रहें।