कर्नाटक के बड़े उद्योगपतियों ने हिजाब, हलाल मीट और अजान विवाद के बीच यहां बिगड़ रहे सांप्रदायिक माहौल पर चिंता व्यक्त की है। इसके बाद कर्नाटक के निवेशकों को तेलंगाना और तमिलनाडु के मंत्रियों की ओर से उनके राज्यों में निवेश का आमंत्रण मिला है।
वहीं इसे लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि, कर्नाटक की तुलना किसी अन्य राज्य से नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि, निवेशकों को लुभाने के लिए तमिलनाडु और तेलंगाना ने जो किया है, इससे पता चलता है कि वे हताशा में हैं। हमें अपने राज्य के सकारात्मक पहलुओं को पेश करते हुए निवेश को आमंत्रित करना है। इसके लिए किसी राज्य को बदनाम करने की आवश्यकता नहीं है।
बता दें कि तेलंगाना के आईटी मंत्री केटीआर ने निवेशकों को हैदराबाद आने का आग्रह किया। उन्होंने कहा था कि, उन्हें यहां बेंगलुरु की अपेक्षा बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर, सामाजिक और भौतिक परिवेश मिलेगा। इसी तरह तमिलनाडु के वित्त मंत्री ने भी कहा था कि, उनकी सरकार उन कंपनियों का स्वागत करने के लिए तैयार है, जो वहां बढ़ते तनाव के कारण कर्नाटक से बाहर आना चाहती हैं।
जिसके बाद अब कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा कि, दूसरे राज्यों की आलोचना करके निवेशकों को आमंत्रित करने की आवश्यकता नहीं है। मैंने कभी तमिलनाडु या तेलंगाना के निवेशकों को यहां आने के लिए नहीं कहा। यही हमारी ताकत है। हमें निवेशक मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि, राज्य बड़े प्रस्तावों के लिए तैयार है। हम कभी भी तेलंगाना या तमिलनाडु के विकास के विरोध में नहीं रहे हैं।