500 वर्षों से सनातन के आराध्य और हिन्दुस्थान की पहचान प्रभु श्री राम के मंदिर के लिए उनकी जन्भूमि पर मंदिर निर्माण के लिए अनगिनत लोगों ने बलिदान दिया। आज से जब 500 वर्ष पूर्व बाबर द्वारा जब प्रभु श्री राम का मंदिर तोडा गया था उसके बाद से लेकर आज तक पता नहीं हमारे कितने पूर्वज श्री राम मंदिर के लिए लड़ते रहे और अपने प्राणों का बलिदान दिया। एक लम्बी लड़ाई के बाद सदियों तक चले महासंग्राम के बाद आख़िरकार उन पूर्वजों के बलिदान को न्याय मिला और अयोध्या में प्रभु श्री राम के जन्मभूमि पर हमारे प्रभु का मंदिर निर्माण शुरू हो गया है। लेकिन कई बार यह सवाल मन में उठता था हम सभी इस बारे में सोचते थे कि प्रभु श्री राम का मंदिर तो बन रहा है लेकिन वो प्रभु राम के भक्त जिन्होंने मंदिर निर्माण के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए उनको सम्मान कब मिलेगा।
श्री राम भक्तों के इस मांग को उत्तर प्रदेश के भगवाधारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बड़ी घोषणा की है। योगी आदित्यनाथ ने घोषणा करते हुए कहा है एक बार अयोध्या में प्रभु राम का मंदिर बन जाने दीजिये श्री राम जन्मभूमि को मुक्त करने के लिए जिन अमर बलिदानियों ने अपना बलिदान दिया है हम उनका भगवा स्मारक बनवायेंगे। मुख्यमंत्री योगी के इस एलान के बाद जहाँ एक तरफ सनातनियों और रामभक्तों में ख़ुशी के लहर देखी जा रही है तो वहीँ स्वर्ग में बैठे कोठारी बंधुओं जैसे अनगिनत अमर आत्मा की चेहरे पर मुस्कराहट आ गई होगी।
प्रभु श्री राम का मंदिर बन रहा है हम सौभाग्यशाली हैं जो इस पावन और पुनीत मौके के हम साक्षी हैं। राम जन्भूमि के मुक्ति के लिए न जाने कितने वीरों ने अपने प्राण की आहुति दे दी न जाने कितने हिन्दुओं ने अपने शौर्य और पराक्रम दिखाते हुए प्रभु श्री राम का नाम लेकर अपने आप को धर्म के लिए न्योछावर कर दिया। और इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी दौर उत्तर प्रदेश में आया जहाँ आज प्रभु श्री राम का मंदिर बन रहा है। और इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह घोषणा कर दी है कि भगवान राम का भव्य मंदिर बनने दीजिये, जितने भी लोग अयोध्या में राम जन्मभूमि के लिए शहीद हुए हैं, उन सब का भव्य स्मारक हम बनवाएंगे जिसके बाद हिन्दुओं में बेहद ख़ुशी का माहौल है।
2 नवंबर 1990 की घटना आज भी अयोध्या के जेहन में बना हुआ है। रामजन्मभूमि पर भगवा लहराने अयोध्या पहुंचे बड़ी संख्या में कारसेवकों ने बाबरी मस्जिद पर भगवा ध्वज फहराने पहुंचें जिसके बाद कारसेवकों की भीड़ को हटाने के लिए तत्कालीन मुख्य मंत्री मुलायम सिंह यादव के आदेश पर गोली चलाई गई जिसमें बड़ी संख्या में कारसेवक मारे गए। इसी तरह न जाने कितने कारसेवकों ने अपनी जान दे दी श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में कोठारी बंधुओं का भी बलिदान भुुलाया नहीं जा सकता। 1990 के गोलीकांड में सगे भाई शरद कोठारी व रामकुमार कोठारी मारे गए थे। इस गोलीकांड में दर्जनों लोग शहीद हुए थे। यहीं नहीं अयोध्या निवासी वासुदेव गुप्ता, रमेश पांडेय व राजेंद्र धरकार जैसे युवाओं ने भी श्रीरामजन्मभूमि की मुक्ति के लिए बलिदान दिया था।