नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के किनारे बसने वाला शहर का सेक्टर 164 लॉजिस्टिक हब होगा। इसकी प्लानिंग नोएडा अथॉरिटी ने शुरू कर दी है। इस सेक्टर में सिर्फ लॉजिस्टिक और वेयर हाउसिंग के लिए प्लॉट होंगे। यह स्कीम बड़ी मल्टीनैशनल और ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए विकल्प लाएगी। अभी तक वेयरहाउसेज और लॉजिस्टिक के लिए गुड़गांव और दूसरे शहरों का ही रुख करना पड़ रहा था।
नोएडा अथॉरिटी 161 से 166 तक नए सेक्टर एक्सप्रेसवे के किनारे विकसित कर रही है। अभी तक सेक्टर 162, 163 व 164 में अथॉरिटी ने अपना लैंड बैंक बनाया हुआ है। सेक्टर 162 और 163 में अथॉरिटी ने इंडस्ट्रियल, इंस्टिट्यूशनल और कमर्शल लैंडयूज के प्लॉट निकाल लिए हैं। इनके लेआउट प्लानिंग की आधिकारिक मंजूरी भी हो गई है।
सेक्टर 162 जोकि गुलावली गांव के पास विकसित हो रहा है उसकी फाइनल प्लानिंग अथॉरिटी ने कर ली है। इसमें अभी 35 इंडस्ट्रियल लैंडयूज के प्लॉट निकाले गए हैं। इनका क्षेत्रफल 8 हजार वर्ग मीटर से लेकर 1 लाख 45 हजार वर्ग मीटर तक का है। तैयारी यह है कि यहां पर बड़ी इंडस्ट्री लगवाई जाएं, जिससे निवेश ज्यादा हो।
एक्सप्रेसवे के किनारे ही सेक्टर 163 आबादी मोहियापुर की जमीन पर विकसित होगा। इसमें नोएडा अथॉरिटी ने इंस्टिट्यूशनल लैंडयूज के 26 और कमर्शल के 19 प्लॉट निकाले हैं। इंस्टिट्यूशनल प्लॉट का क्षेत्रफल 1 हजार से लेकर 8600 वर्ग मीटर तक का है। कमर्शल लैंडयूज के प्लॉट का क्षेत्रफल 4700 से 13730 वर्ग मीटर के बीच का है।
वहीं नोएडा में अडानी ग्रुप का एक और डेटा सेंटर खुलेगा। इसके लिए ग्रुप को नोएडा अथॉरिटी ने सेक्टर-62 में 34 हजार 275 वर्ग मीटर जमीन आवंटित कर दी है। इस डेटा सेंटर में अडानी ग्रुप 2400 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।
अप्रैल में अडानी ग्रुप को आवेदन पर डेटा सेंटर बनाने के लिए सेक्टर-80 में जमीन आवंटित कर चुकी है। उस डेटा सेंटर में यह ग्रुप 2500 करोड़ रुपये निवेश करेगा।
2500 नए रोजगार के मौके आएंगे। नोएडा अथॉरिटी की तरफ से बताया गया कि निवेश और रोजगार के नए मौके बढ़ाने के मकसद से यह दोनों आवंटन पिछले एक हफ्ते के दौरान किए गए हैं। इन दोनों प्रॉजेक्ट से शहर में 3850 राेजगार के नए मौके आएंगे, 137.31 करोड़ रुपये राजस्व नोएडा अथॉरिटी को मिलेगा।