नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट की नींव पड़ने से पहले ही यहां होने वाले काम का ठेका दिलाने के नाम पर फ्रॉड शुरू हो गया है।
ठेका दिलाने के नाम पर जालसाज नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट का फर्जी पैड बनाकर लोगों को वेलकम नोट भेजने लगे हैं।ठगों की ऐसी करतूत सामने आने के बाद यमुना अथॉरिटी के सीईओ नरेंद्र भूषण न सिर्फ सख्त हो गए बल्कि इसकी पुलिस से शिकायत भी कर दी है। नोएडा एयरपोर्ट के नाम ठगी करने वाले गिरोह की तलाश में बीटा-2 पुलिस जुट गई है।
नोएडा एयरपोर्ट के नजदीक घर का सपना दिखाकर ठगने वाले कई लोगों के खिलाफ पहले मुकदमा दर्ज हो चुका है। अधिग्रहीत जमीन पर कॉलोनी काटने वाले कई जालसाज सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है।
अभी मामला नोएडा एयरपोर्ट में टेंडर दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का सामने आया है। यमुना अथॉरिटी के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी रविंद्र सिंह ने फर्जी टेंडर के मामले को लेकर पुलिस उच्चायुक्त आलोक सिंह को खत लिखने के साथ प्राथमिकी दर्ज कराकर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
यमुना अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट से जुड़े जमीन पर कार्य आवंटन का एक कथित वेलकम लेटर 20 मार्च को सामने आया। इस वेलकम लेटर में उत्तर प्रदेश सरकार व नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड की सहमति से 5000 एकड़ में 500 करोड़ रुपये के कार्य टेंडर अप्रूवल दिखाया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस कथित टेंडर अप्रूवल के ऑर्डर में किसी कंपनी के नाम की जगह अनूपपुर, मध्यप्रदेश का पता सिर्फ दर्ज है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि नोएडा एयरपोर्ट 3200 एकड़ में बन रहा है जबकि ठगों ने फर्जी टेंडर के पत्र पर 5000 एकड़ का दर्ज किया है।
फर्जी टेंडर की कॉपी लेकर तमाम लोग दो दिन के अंदर नोएडा एयरपोर्ट के दफ्तर पर काम लेने के लिए पहुंचने लगे। ठगों के इस खेल को विराम लगाने के लिए पुलिस कमिश्नर को खत की फर्जी टेंडर की कापी के साथ मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर भेजी गई है।