यूपीसीडा ने औद्योगिक, वेयर हाउसिंग एवं गोदामों के लिए अधिकतम क्रय योग्य फ्लोर एरिया रेशियो (एफ0ए0आर0) की अधिकतम सीमा बढ़ाया-कमिश्नर
मण्डलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया है कि औद्योगिक इकाइयों के हितों को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने अपने औद्योगिक क्षेत्रों के औद्योगिक, वेयर हाउसिंग और गोदामों के लिए भूखंडों का क्रय योग्य फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) की अधिकतम सीमा को 66 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है।
संवाददाता-सुमित टंडन, सुदर्शन न्यूज़, मुरादाबाद
यूपीसीडा ने औद्योगिक, वेयर हाउसिंग एवं गोदामों के लिए अधिकतम क्रय योग्य फ्लोर एरिया रेशियो (एफ0ए0आर0) की अधिकतम सीमा बढ़ाया-कमिश्नर
मुरादाबाद 16 जुलाई 2021
मण्डलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया है कि औद्योगिक इकाइयों के हितों को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने अपने औद्योगिक क्षेत्रों के औद्योगिक, वेयर हाउसिंग और गोदामों के लिए भूखंडों का क्रय योग्य फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) की अधिकतम सीमा को 66 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। प्रदेश शासन के एक निर्देश के दृष्टिगत ये संशोधन प्राधिकरण के संचालक मंडल की गत 22 जून को आयोजित 38वीं बैठक में किए गए हैं।
आयुक्त ने कहा कि पूर्व में 07 अप्रैल 2021 से प्रभावी व्यवस्था में परिवर्तन करते हुए प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री मयूर माहेश्वरी के कार्यालय आदेश के अनुसार ये संशोधन तत्काल प्रभाव से लागू किए गए हैं। पहले औद्योगिक, वेयर हाउसिंग और गोदाम के लिए 18 मीटर की चैड़ी सड़क पर स्थित भूखंडों पर अधिकतम क्रय योग्य एफ0ए0आर01.5 था, जो अब नई व्यवस्था के तहत औद्योगिक, वेयर हाउसिंग और गोदाम के लिए बढ़ाकर अधिकतम 2.5 तक कर दिया गया है। इसी तरह 18 मीटर से अधिक चैड़ी सड़कों पर स्थित औद्योगिक, वेयर हाउसिंग और गोदाम के भूखंडों का अधिकतम क्रय योग्य एफ0ए0आर0 पहले 2.0 था, जिसे बढ़ाकर अब अधिकतम 2.5 तक कर दिया गया है।
कमिश्नर ने बताया कि यूपीसीडा द्वारा क्रय योग्य एफ0ए0आर0बढ़ाये जाने से उद्यमियों को अपने वर्तमान भूखण्ड पर ही अपने कार्यों के विस्तार हेतु अतिरिक्त जगह उपलब्ध हो जाएगी। आजकल भूमि की अनुपलब्धता तथा बढ़ी हुई भूमि की कीमतों के दृष्टिगत उद्यमियों को यूपीसीडा द्वारा लिए गए इस निर्णय से राहत मिलेगी। इस एफ0ए0आर0 से ऐसे उद्योग जिनको अपने क्रियोओं के संचालन हेतु अधिक निर्मित क्षेत्र की आवश्यकता होती है जैसे फार्मा, बायोटेक उद्योग तथा अधिक श्रमिकों वाली इकाइयों को कम कीमत पर अपने उद्योग चलाने में सहायता मिलेगी।