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सेकुलर हिंदू परिवार ने अब्दुल के घर में लिया कमरा; वहीं रहता था सरकारी टीचर अली आज़म... अब मिला एक हिडेन कैमरा, जहां महिलाएं नहाती थीं

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से एक रौंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है

Sumant Kashyap
  • Apr 29 2025 4:27PM

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से एक रौंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसने शिक्षा जगत को शर्मसार कर दिया है. एक सरकारी विद्यालय में तैनात  टीचर अली आजम पर हिंदू परिवार की बेटियों की जासूसी करने और उनकी गरिमा को तार-तार करने का सनसनीखेज आरोप लगा है.

पीड़ित हिंदू परिवार द्वारा दर्ज एफआईआर के अनुसार, अली आजम जो अम्बेडकर नगर का निवासी है और वर्तमान में सिद्धार्थनगर के एक प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक के पद पर कार्यरत है.पीड़ित हिंदू बताया कि अब्दुल वहीद के मकान में कमरा भाड़े पर लिया है. उसी मकान में अली आजम भाड़े पर कमरा लिया था. उस मकान की टांड पर चोरी-छिपे एक हिडेन कैमरा लगा दिया जहां यह हिंदू परिवार किराए पर रह रहा था. यह कैमरा सीधे आंगन और स्नानस्थल की ओर मुख करके लगाया गया था, जिससे बेटियों की निजी गतिविधियों की लाइव निगरानी की जा रही थी.

पीड़ित हिंदू परिवार ने बताया कि 22 अप्रैल 2025 को वे किसी जरूरी काम से बाहर गए थे. जब 24 अप्रैल को वापस लौटे तो उनके बेटे देवराज ने देखा कि टांड पर एक लाइट जल रही थी. जांच करने पर वहां एक कैमरा मिला, जो मोबाइल से कनेक्ट था और सीधे अली आजम के फोन पर लाइव प्रसारण भेज रहा था. मौके पर पहुंची चौकी असनहरा पुलिस ने कैमरा और तार जब्त कर लिया है.

पीड़िता का यह भी आरोप है कि आरोपी अली आजम अश्लील वीडियो देखने का आदी था, और उसी मानसिकता के चलते उसने यह घिनौनी हरकत अंजाम दी. यह भी सामने आया है कि आरोपी पहले भी एक हिंदू लड़की को बहला-फुसलाकर अपने कमरे में ले जाने का प्रयास कर चुका है, जिसकी शिकायत पहले ही डायल 112 और स्थानीय पुलिस को दी जा चुकी थी.

अब सवाल यह उठता है: क्या एक शिक्षक, जिसे समाज का निर्माता माना जाता है, इतनी घिनौनी मानसिकता का शिकार हो सकता है? क्या यह सिर्फ "अश्लीलता" की लत थी, या फिर हिंदू बेटियों को निशाना बनाने की कोई बड़ी साजिश? सवाल यह भी है कि क्या इस्लामी मानसिकता से ग्रसित कुछ तत्व "शिक्षा" की आड़ में हिंदू समाज की बहन-बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ कर रहे हैं? यह एक अकेला मामला नहीं, बल्कि चेतावनी है—ऐसे दरिंदों को समय रहते न रोका गया, तो हमारे संस्कार, मर्यादा और संस्कृति को अंदर से खोखला कर देंगे.
 

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