उत्तर प्रदेश में धर्मांधता ने एक बार फिर इंसानियत की हदें लांघ दीं। सोमवार देर शाम एक शांतिपूर्ण मुंडन संस्कार से लौट रहे हिंदू परिवार पर कट्टरपंथी मुस्लिम युवकों ने सुनियोजित हमला कर दिया। ढोलक-भजन की आवाज सुनते ही बौखलाए इन असहिष्णु तत्वों ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को चारों ओर से घेर लिया और लाठी-डंडों, लोहे की रॉड से महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों तक को पीटा।
घटना तब हुई जब सिमरिया गांव निवासी अंकित के बेटे का मुंडन संस्कार संपन्न हो चुका था और पूरा परिवार भक्ति संगीत के साथ ट्रैक्टर-ट्रॉली से गांव लौट रहा था। जैसे ही जुलूस मुस्लिम-बहुल कुतरई गांव के पास पहुंचा, वहां मौजूद दर्जनों उन्मादी युवकों ने घात लगाकर हमला कर दिया।
महिलाओं से की गई अभद्रता, गहनों की लूट
हमले के दौरान महिलाओं के साथ न केवल बदतमीजी की गई, बल्कि उनके गहने तक नोच लिए गए। आरोपी ट्रॉली में चढ़कर मारपीट करते रहे, जबकि पुलिस का कहीं अता-पता नहीं था। घायल 30 से अधिक लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस पहुंची तब जब हमला खत्म हो चुका था
पीड़ित पक्ष ने बताया कि कई बार फोन करने के बाद भी पुलिस देर से मौके पर पहुंची, जब तक आरोपी फरार हो चुके थे। गुस्साए ग्रामीणों ने एसएसपी से बात करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।
मुस्लिम प्रधान पर उकसाने का आरोप
घायल अंकित का आरोप है कि गांव के मुस्लिम प्रधान ने ही हमला करवाया, और भजन-कीर्तन को बहाना बनाकर हमला एक साजिश के तहत किया गया। घटना के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन मुख्य साजिशकर्ता अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं।