हरियाणा के कैथल जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक खाली गोदाम में सत्संग की आड़ में धर्मांतरण कराने की कोशिश की जा रही थी। जैसे ही ग्रामीणों को इसकी भनक लगी, मौके पर भारी हंगामा मच गया। देखते ही देखते भारी संख्या में ग्रामीण गोदाम के मुख्य द्वार पर जुट गए और जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। घटना रविवार (27 अप्रैल 2025) की है।
गदली गांव के ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गदली पट्टी खोत में बीते दो महीनों से ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार और धर्म परिवर्तन की गतिविधियां चुपचाप चलाई जा रही थीं। रविवार को जब एक बैनर लगा देखा गया, तो ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा।
आक्रोशित लोगों ने चेतावनी दी कि अगर आयोजन तत्काल नहीं रोका गया तो वे सोमवार को आयोजकों को गांव से खदेड़ देंगे।
ग्रामीण राजेश, सुदेश कुमार, अमन और रमन ने बताया कि प्रतिदिन करीब 200 से ज्यादा लोग इस गोदाम में जुटते हैं और धर्मांतरण के लिए बरगलाया जाता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इस गतिविधि पर तुरंत रोक लगाई जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
वहीं, आयोजनकर्ता पास्टर शायरा ने खुद को बचाने की नाकाम कोशिश करते हुए दावा किया कि वे सिर्फ नशा और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जागरूकता फैलाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने धर्मांतरण के आरोपों को खारिज किया।
शहर थाना के सब इंस्पेक्टर सत्यवान ने बताया कि शिकायत मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची थी, जहां सत्संग चलता पाया गया। पूरे मामले की जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।