नीतीश-लालू के भ्रष्टाचार और जंगलराज से मुक्ति का वक़्त: जनता के लिए ''''जन सुराज'''' है तीसरा विकल्प प्रशांत किशोर
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव के जंगल राज का भय दिखाकर 20 साल तक राज कीये लेकिन बिहार वही का वही है और नीतीश के राज में भ्रष्टाचार हर विभागों में चरम सीमा तक व्याप रहा है बिहार की जनता त्रस्त है और महंगाई चरम सीमा पर है अब बिहार में तीसरा विकल्प के रूप में जनसुरज आया है बिहार का पलायन बेरोजगारी भ्रष्टाचार होगा दूर
कैमूर जिलें के रामगढ़ विधानसभा में आगामी उपचुनाव से पहले जन सुराज के सूत्रधार और स्टार प्रचारक प्रशांत किशोर जन संवाद और प्रचार में लगातार सक्रिय हैं। इसी क्रम में शनिवार को प्रशांत किशोर ने रामगढ़ में जनसभा को संबोधित किया,जहाँ उन्होंने क्षेत्र की जनता से खुलकर बातचीत की और उनकी समस्याओं पर चर्चा की।
प्रशांत किशोर ने जन संवाद के बाद मीडिया से भी बातचीत की,जिसमें उन्होंने बक्सर के सांसद सह् बिहार सरकार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहाँ,बक्सर के सांसद का कार्यकाल जनता की सेवा और उनकी आवाज उठाने के लिए है,न कि धमकी देने के लिए। यदि सांसद जनता या किसी भी नेता को धमकी देते हैं,तो यह उनके संस्कार और चरित्र को दिखाता है कि वे सांसद कम,बाहुबली ज्यादा हैं।
*नीतीश के भ्रष्टाचार और लालू के जंगल राज से मुक्ति चाहते हैं तो जन सुराज एक विकल्प के रूप में मौजूद है- : प्रशांत किशोर*
उन्होंने आगे कहाँ कि बिहार में नेताओं को मुफ्तखोरी की आदत है। जहां भाजपा का डर दिखाकर लालू और लालू जी का डर दिखाकर भाजपा वोट लेती रही है,क्योंकि जनता के पास कोई तीसरा विकल्प नहीं था। अब पहली बार जनता को एक तीसरा विकल्प मिल गया है,तो उनकी मुफ्तखोरी खत्म होने वाली है, इसलिए वे चिल्ला रहें हैं। अब चमत्कार यहाँ की जनता को करना है। अगर जनता अपनी स्थिति से खुश है,अगर बिहार में अधिकारियों का जंगलराज चल रहा है और जनता उसे चाहती है,अगर जनता चाहती है कि भूमि सर्वेक्षण होता रहें और आपके जमीन के मालिकाना हक को लेकर झगड़ा हो,अगर जनता चाहती है कि हर जगह भ्रष्टाचार होता रहे और नीतीश का राज चलता रहें,तो NDA को वोट दें। अगर जनता चाहती है कि लालू जी का फिर से जंगलराज चले, तो उन्हें वोट दे दें। अगर इन सबसे मुक्ति चाहते हैं और जनता का राज बनाना है,तो जन सुराज एक विकल्प के रूप में मौजूद है। आप नीतीश,मोदी सबका राज बनाकर देख चुके हैं,लेकिन बिहार नहीं सुधरा। बिहार आज भी देश का सबसे गरीब और पिछड़ा राज्य है। घर-घर से लोग पलायन करके बाहर गए हैं। किसी के पास पढ़ने की व्यवस्था नहीं है,किसी के पास खाने की व्यवस्था नहीं है। यहां कहीं रोज़गार नहीं है,अस्पताल नहीं है, और अगर कोई बीमार पड़ जाए तो डॉक्टर नहीं है। और इस सबसे लोग परेशान हो चुके हैं,तो यह लोंगों की जिम्मेदारी है कि तीसरा विकल्प खोजें। और अगर इसके बावजूद वे उन्हीं को जाकर वोट देंगे,तो जो स्थिति चल रही है,वहीं चलती रहेगी। प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि वे अब जनता को सलाह देने आए हैं,न कि किसी दल को। उन्होंने कहाँ पहले मैं दलों को सलाह देता था,अब जनता को सलाह दें रहा हूं। निर्णय जनता के हाथ में है।
*रेल्वे से बात हुई हैं,त्वरित कार्यवाही कर समस्या को दूर किया जाएगा प्रशांत किशोर*
वहीं कैमूर के रामगढ़ में जिस तरीके से रेलवे के अंडरपास से आम जनता परेशान है और आएँ दिन हो रही दुर्घटनाओं से त्रस्त हैं,उसका भी बीते शुक्रवार को प्रशांत किशोर ने जायजा लिया। इस पर प्रशांत किशोर ने कहा, मैंने रेलवे से बात की है और रेलवे की ओर से यह आश्वासन दिया गया है कि इसे त्वरित कार्यवाही करके ठीक किया जाएगा। अगले 48 घंटों में इस पर एक्शन लिया जाएगा। अंडरपास को नए सिरे से बनाया और ठीक किया जाएगा।