महारजपुर पुलिस चौकी, जो थाना लिंक क्षेत्र के अंतर्गत आती है, के पास आनंद विहार बस स्टैंड के निकट पैसेफिक मॉल के गेट नंबर एक के पास अवैध तरीके से एक ऑटो स्टैंड संचालित हो रहा है। सूत्रों के अनुसार, पवन नामक व्यक्ति, जो खुद भी कुछ ऑटो का मालिक है, वहाँ ठेकेदारी करता है। यहाँ कुल 50 से 52 ऑटो हैं, जिनमें से केवल चार या पांच ऑटो ही वैध हैं।
पवन हर ऑटो से 50 रुपये प्रति दिन वसूलता है, जो महीने में लगभग 75,000 रुपये होते हैं। यदि कोई ऑटो चालक पवन को पैसे नहीं देता, तो वह उन्हें अपनी गाड़ी बंद कराने और चौकी में बंद करने की धमकी देता है। इन अवैध ऑटो की वजह से लगातार जाम की स्थिति बनी रहती है।
यदि इन अवैध ऑटो के कारण किसी को जान-माल का नुकसान होता है, तो क्या इसके लिए एसपी ट्रैफिक, टीआई या चौकी इंचार्ज जिम्मेदार होंगे?
स्थानीय नागरिकों ने डीसीपी ट्रांस हिंडन और सीपी साहब से अनुरोध किया है कि वे अवैध ऑटो स्टैंड और ठेकेदार पवन राणा के खिलाफ कार्रवाई करें। एसपी ट्रैफिक की लापरवाही की भी आलोचना की गई है, क्योंकि उन्हें इस अवैध गतिविधि और जाम की स्थिति दिखाई नहीं देती।
गाजियाबाद के सीपी साहब से निवेदन है कि ऐसे अवैध ऑटो स्टैंड को बंद करके अवैध रूप से ठेकेदारी करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। अब यह देखना है कि गाजियाबाद के कमिश्नर साहब इस मुद्दे पर क्या कदम उठाते हैं।