हरिगढ़, 26 सितंबर 2024 – विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने तिरुपति बालाजी देवस्थान में प्रसाद में अपवित्र पदार्थों के प्रयोग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। संगठन के विभाग मंत्री मुकेश राजपूत ने इसे घृणित और अस्वीकार्य बताते हुए कहा कि हिंदू समाज इस घटना से बेहद व्यथित है।
राजपूत ने कहा, "तिरुपति बालाजी मंदिर, जो हिंदुओं का एक पवित्र तीर्थ स्थल है, में भक्तों को बांटे जाने वाले प्रसाद में अपवित्र पदार्थों का मिलाया जाना पूरी तरह से अकल्पनीय है। यह हिंदू आस्था पर जानबूझकर किया गया हमला है, जिसे अब सहन नहीं किया जा सकता।"
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी घटनाओं की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। विहिप ने लंबे समय से यह मांग की है कि हिंदू मंदिरों का प्रबंधन सरकार के नियंत्रण से मुक्त होना चाहिए।
महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने विश्वास जताया कि आंध्र प्रदेश और केंद्र सरकार इस मामले को गंभीरता से लेगी और दोषियों को दंडित करेगी। आचार्य पवन वशिष्ठ ने समाज से अपील की कि वे शुद्ध घी का उपयोग करें।
विहिप ने 28 सितंबर को जन आक्रोश रैली का आयोजन किया है, जहां महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया जाएगा। रैली का मार्ग वार्ष्णेय मंदिर क्रीड़ास्थल से शुरू होकर मदार गेट, मानिक चौक पुलिया, दुबे का पड़ाव और सब्जी मंडी होते हुए रामलीला मैदान पर समाप्त होगा।
इस अवसर पर विहिप के अन्य नेता भी मौजूद थे, और यह प्रेस वार्ता आरएसएस के हरिगढ़ विभाग द्वारा संयोजित की गई थी।