जनपद सीतापुर स्थित नैमिषारण्य का आज सीतापुर जिला अधिकारी अभिषेक आनंद के द्वारा निरीक्षण किया गया जिस दौरान उन्होंने पैदल मार्च कर नैमिषारण्य में बना रहे धार्मिक पर्यटन स्थल का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में एक है नैमिषारण्य कॉरिडोर, जिसको लेकर के पूर्व में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं ऋषि मुनियों की तपोस्थली नैमिषारण्य में साधु संत समाज से मिलकर के विशेष रूप से इस क्षेत्र को एक अति विशेष धार्मिक पावन स्थलों में मानते हुए, नैमिष का विकास यहां के क्षेत्र की धार्मिकता के आधार पर करना चाहते है,जिसको लेकर के उनके द्वारा प्रस्तावित प्रोजेक्ट पर निरंतर कार्य चल रहा है।उसी का निरीक्षण जनपद के जिलाधिकारी के द्वारा किया जाता रहा।इसी कड़ी में आज सीतापुर जिला अधिकारी अभिषेक आनंद ने नैमिषारण्य का दौरा किया,इस दौरान उनके साथ अपर जिलाधिकारी नीतीश कुमार सिंह,सिटी मजिस्ट्रेट कृष्णानंद तिवारी , एसडीएम मिश्रिख मौजूद रहे।।
नैमिष धार्मिक मान्यता
नैमिषारण्य 88000 ऋषि मुनियों की तपोस्थली है साथ ही यहां महर्षि दधीचि ने अपने प्राण त्याग कर वज्र दिया था, देव लोक में हाहाकार मचाने वाले दानव वृत्रासुर का वध किया जा सका। चारों धाम जगन्नाथपुरी, द्वारिका,बद्रीनाथ और रामेश्वरम के दर्शन के पश्चात का फल नैमिष के दर्शन के पश्चात ही पड़ता है। कहा जाता है जब चारों धामों के दर्शन के पश्चात महर्षि गोपाल दास नैमिषारण्य के दर्शन करने जब पहुंचे तो उन्हें चारों धाम के समान ही आनंद का अनुभव हुआ
कितने चरण में होगा कार्य
जानकारी के अनुसार मुख्यता चार फेस में नैमिषारण्य के लिए प्रोजेक्ट प्रस्तावित है जिसमें चक्र तीर्थ मां ललिता देवी मंदिर, दधीची कुंड, सीता कुंड,वेंडर एरिया, वैदिक म्यूजियम, काशी कुंड, देव देवेश्वर मंदिर,अरण्य 84 कोशिका परिक्रमा मार्ग का निर्माण, घाट का निर्माण, यज्ञशाला, वैदिक सेंटर का निर्माण आदि अन्य क्षेत्र का विस्तार, जीर्णोधार तथा निर्माण कार्य किया जाना है।
प्रस्तावित प्रोजेक्ट अनुमानित की राशि।
चार चरणों में किए जाने निर्माण,विस्तार और जीर्णोधार के कार्यों में अनुमानित रूप से प्रोजेक्ट के फेस के अनुसार 408 करोड़ रुपए का खर्चा किया जाना है जिससे नैमिष को जनपद सीतापुर के सबसे बड़े पर्यटन स्थल में परिवर्तित करने में सहयोग मिलेगा। यही नहीं शायद आज पास के अन्य जनपदों में भी इतने निवेश के पश्चात सीतापुर नही प्रदेश में ख्याति प्राप्त होगी।
पर्यटन स्थल के रूप में भविष्य।
जैसा की भली भांति सभी को जानकारी है की हिंदुओं में नैमिष की मान्यता उत्तर प्रदेश में ही नही सम्पूर्ण भारत में है। भारत के साथ ही अनेकों देशों के लोग भी विचरण करने सीतापुर के नैमिषारण्य में आते हैं। मुख्यमंत्री जी के द्वारा प्रस्तावित प्रोजेक्ट के बाद पैटर्न के पर्यटन के आयाम इसके लिए और अधिक खुलेंगे।वर्तमान समय में जो पर्यटन सीतापुर के नैमिष में हो रहा है उस प्रोजेक्ट की पूर्ति के पश्चात पर्यटन के बढ़ने के आसार कई गुणा हैं।