कार्यकर्ता है तो संगठन है
क्या भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) का कार्यकर्ता अपनी ही सरकार में उपेक्षित और प्रताड़ित होने के लिए है? छबड़ा, सेमली और बापचा मंडल की एक संयुक्त बैठक कल दोपहर 12 बजे भाजपा कार्यालय पर आयोजित की जाएगी।
“सदस्यता अभियान का किया जा सकता है बहिष्कार”
विधानसभा चुनाव में जब छबड़ा विधानसभा को भाजपा चौथे स्थान पर बताती थी, तब हम कार्यकर्ताओं की मेहनत का फल मानते हुए विजय प्राप्त की। लोकसभा चुनाव में हमने भाजपा को 50 हजार मतों से जिताया। केंद्र और राजस्थान में भाजपा की सरकार बनने के बाद छबड़ा के भाजपा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा शुरू हो गई है।
पंचायत समिति कार्यालय को छोड़कर हर विभाग—चाहे वह पुलिस हो, बिजली हो, PWD हो, नगरपालिका हो या पावर प्लांट—भा.ज.पा. कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है। हमारे किसी भी बूथ अध्यक्ष को पावर प्लांट में 3 हजार मासिक वेतन में नौकरी देने को तैयार नहीं हैं, जबकि कांग्रेस के लोग वहां सक्रिय हैं।
भगवान जी नागर बिजली का काम करते हैं। नगरपालिका में एक लाइट के टेंडर के लिए जेन ने कॉपी भी नहीं ली। विधायक जी का फोन करवाने पर कॉपी तो ली, लेकिन 40 हजार का डीडी सहित उस कॉपी को फेंक दिया और काम को कैंसिल कर दिया। डीडी अब तक वापस नहीं की गई, 9 महीने हो गए हैं।
सुनील यादव, जो छबड़ा नगर में युवामोर्चा का उपाध्यक्ष है, उसके रिश्तेदार के कहने पर पुलिस ने उसे बिना किसी कारण के थाने ले जाकर 6 पट्टे मारे। रविकांत पांचाल खोपर, भाजपा का कार्यकर्ता है, जिसकी बाइक पुलिस ने रोक ली। उसने सभी दस्तावेज दिखाए, लेकिन अधिकारी ने उसके कंधे पर डंडा मारा।
सुंदरलाल जी गाडरी सेमली मंडल में उपाध्यक्ष हैं, और उनकी चाय की दुकान है। पुलिस की गाड़ी जाती है और कहती है कि उनकी दुकान पर भीड़ नजर नहीं आनी चाहिए, वरना चाय बनाना भूल जाएंगे।
ऐसी अनेक घटनाएं हैं, जो सरकार बनने के बाद से बढ़ गई हैं। इसके विपरीत, नगरपालिका, PWD, प्लांट आदि में आज भी कांग्रेस के लोग सक्रिय हैं और उनका सम्मान है। एस.सी. मोर्चा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को सफाई का काम भी नहीं मिलता, जो अन्य लोगों को दे दिया जाता है।
कल पूर्व महामंत्री जगदीश लोधा खानाखेडी को पुलिस ने जानवरों की तरह पीटा। लेकिन पुलिस अधिकारियों को कोई सजा नहीं मिली।
भा.ज.पा. का कार्यकर्ता मार खाने या प्रताड़ित होने के लिए नहीं है। यदि कोई कार्यकर्ता अधिकारी की शिकायत करता है, तो वह हटता नहीं, बल्कि उसका कार्यकाल और बढ़ जाता है क्योंकि उसे दलालों का संरक्षण मिलता है। आठ महीनों में ही इतने कार्यकर्ता पीटे गए हैं, पांच साल में क्या हाल होगा, पता नहीं।
फिर सदस्यता अभियान कैसे चलेगा? कोई भी नया सदस्य ऐसा नहीं बनेगा जो मार खाने के लिए तैयार हो। भा.ज.पा. का कार्यकर्ता किसी वेतन के लिए काम नहीं करता, वह निश्वार्थ भाव से राष्ट्र की उन्नति, समाज के उत्थान और धर्म के जागरण के लिए काम करता है। फिर उसकी उपेक्षा क्यों?
सरकार बनी है, तो कार्यकर्ता भी सम्मान के साथ जीना चाहता है। हमारे विधायक जी का स्वास्थ्य अक्सर खराब रहता है, कार्यकर्ता उन्हें बार-बार फोन करके परेशान नहीं करना चाहते। लेकिन अन्य नेताओं को भी कार्यकर्ताओं की देखभाल करनी चाहिए।
चुनाव में कार्यकर्ता की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, लेकिन अभी उसे सिर्फ डंडे मिल रहे हैं। जिम्मेदार भाजपा पदाधिकारियों से निवेदन है कि समय रहते कार्यकर्ताओं का सम्मान करें, समय बहुत नाजुक है। यदि पार्टी चाहती है, तो हमें पदमुक्त कर सकती है, लेकिन कार्यकर्ता हमारे लिए प्रमुख था, प्रमुख है और प्रमुख रहेगा।
हम छबड़ा में कोई सदस्यता अभियान नहीं चलाएंगे। हम भाजपा को अंतर्मन से चाहते हैं और पार्टी के भविष्य की चिंता है। जब तक दोषी कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं होगी, सदस्यता अभियान नहीं चलेगा।