*दबंग उद्योगपतियो के सामने एमडीए का बुल्डोजर हुआ नत्मस्तक*
*मुरादाबाद में एमडीए की कार्रवाई गरीबों के झोंपड़े तक नजर आई*
मुरादाबाद ।
मुरादाबाद में एमडीए की टीम द्वारा लगातार अतिक्रमण को लेकर अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई देखने मिला है लेकिन मुरादाबाद के दबंग उद्योगपतियों के सामने कार्यवाही नाकाम होती हुई नजर आई, ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि बीते दिनों लगातार गांगन गंगा नदी के किनारे डिजाइनको कंपनी के संचालक द्वारा गांगन गंगा नदी की हरित क्षेत्र की जमीन पर अतिक्रमण किया था, जिसे तोड़ने के लिए एमडीए के अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ बुलडोजर लेकर ,डिजाइनको कंपनी की दीवार को तोड़ने का कार्य चल रहा था , इसमें लगभग 2 से 3 घंटे तक एमडीए की कारवाई देखी गई लेकिन न जाने किन के दबाव के चलते एमडीए की टीम एवं बुलडोजर को नसमस्तक होकर वापस लौटना पड़ा और अतिक्रमण को नहीं हटा सके ।
इसी को लेकर आज हमारी टीम के द्वारा एमडीए प्रवर्तन अधिकारी सचिव अंजू लता से बात की तो उनके द्वारा कैमरे पर बोलने से इनकार किया गया साथ ही उनके द्वारा दी गई जानकारी में कहा गया कि हमारे द्वारा की गई कार्रवाई को रोकने के लिए कंपनी स्वामी ने कमिश्नर के आदेश से असंतुष्टि हो कर न्यायालय पहुंच गया जिस कारण कार्य को रुकवा दिया गया है ।
इसी को देखते हुए विकास प्राधिकरण पर बड़े सवाल उठ रहे हैं कि आखिर उद्योगपति एवं दबंगो को कोर्ट तक जाने का मौका मिला कैसे जबकि इतने सालों के बाद एमडीए ने केस जीतने के बाद मुख्यमंत्री के आदेश नदियों की हरित सीमा क्षेत्र पर अतिक्रमण हटाएं जाने पर हुई कार्रवाई को फिर एक बार एमडीए द्वारा लंबे समय तक टालनें का मौका दबंग उद्योगपतियों को दिया गया ।
वहीं बात की जाए एमडीए की कार्रवाई की तो बेशक मुरादाबाद सौकडों ऐसी कार्रवाई की जा रही है चाहे वो बिना नक्शे का निर्माण हो या फिर अवैध कब्जा या बिना एमडीए से स्वीकृत कराईं हुईं प्लाटिंग हो और साथ ही गरीब एवं सड़क के किनारे रह रहे लोगों को चंद घंटे में हटाने का कार्य किया जाता है ।
लेकिन बात की जाए दबंग और रसूखदार कारोबारियों की तो वहां एमडीए का बुलडोजर आखिर क्यों नतमस्तक हो जाता है यह देखने की बात है ।