छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गौरा गौरी विसर्जन कार्यक्रम के दौरान हुए बलवा मामले में पुलिस ने आधा दर्जन से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस घटना में गंभीर रूप से घायल लोगों का इलाज रायपुर के तेलीबांधा स्थित होराइजन हॉस्पिटल में जारी था, जिसके बाद और होराइजन हॉस्पिटल के डॉक्टर क्षितिज द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया है कि फिलहाल उनके अस्पताल में भर्ती दोनों ही मरीज खतरे से बाहर निकल आए हैं और अब होश में हैं। डॉक्टरों का कहना है कि एक दो दिनों के भीतर उन्हें आईसीयू से डिस्चार्ज भी कर दिया जाएगा।
पुरानी रंजिश में प्राणघातक हमला
गौरतलब है कि घटना श्याम नगर दुर्गा मंदिर के पास केनाल रोड मे गौरा-गौरी विसर्जन कार्यक्रम के दौरान हुई थी। पुरानी रंजिश को लेकर आरोपीगण मोटर सायकल एक्टिवा एवं यामाहा से हत्या करने की आशय से आकर हिमांशु निहाल एवं निखिल यादव ऊर्फ आसु को तलवार, चाकू, डंडा, राड, लोहे की पाईप से प्राण घातक हमला कर भाग गये थे तथा पीड़ितों को गंभीर चोटे आयी थी।
प्रार्थी के रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 678/22 धारा 307,34 ताहि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना किया गया। आहत होराइजन हास्पिटल मे उपचारार्थ एडमिट किया गया है। विवेचना पर आरोपियो से आला जरब चाकू, तलवार, डंडा, राड, लोहे का पाईप व प्रयुक्त मोटर सायकल 02 एवं 01 एक्टिवा वाहन को जप्त किया गया है।
विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज
प्रकरण में आरोपियान को धारा 307, 147,148,149 भादस एवम 25,27 आर्म्स एक्ट के अन्तर्गत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष 07 आरोपियों को सीजेएम न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जिसे केन्द्रीय जेल रायपुर में निरूद्ध किया गया है। वहीं विधि के विरूद्ध संघर्षरत बालक को किशोर न्याय बोर्ड माना रायपुर के समक्ष पेश किया गया।