चुनाव ज्यादा जरूरी है या बचाव? क्या कहती है बिहार की जनता?
बाढ़ व करोना के कहर के बीच बिहार विधानसभा चुनाव 2020 पर आम जनता की रायशुमारी कर रही है हिंदू समाज पार्टी
हिंदू समाज पार्टी बिहार में कोरोना व बाढ़ के प्रकोप के बीच चुनाव कराने को लेकर आम जनता की राय जानने की कोशिश कर रही है । इसके लिए पार्टी की तरफ से राज्य के सभी 38 जिलों में बूथवार समितियां बनाई गई हैं। पार्टी के कार्यकर्ता लोगों से ऑनलाइन ऑफलाइन दोनों ही तरीके से राय ले रहे है कि संकट की इस घड़ी में कितने लोग चाहते हैं कि विधानसभा का चुनाव हो । पार्टी के बिहार प्रदेश प्रभारी बाल्मीकि कुमार ने बताया कि जनता की रायशुमारी के बाद पुख्ता सबूत के साथ पार्टी चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपेगी. उन्होंने बताया कि बिहार के 38 जिला मुख्यालयों से लेकर पंचायत स्तर और बूथ स्तर तक पार्टी की कमेटियां गठित कर दी गई हैं । पार्टी के स्वयंसेवक सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक-एक वोटर से इस मुद्दे पर राय ले रहे हैं कि संकट की इस घड़ी में चुनाव होना चाहिए या नहीं होना चाहिए. पार्टी की डिजिटल टीम के द्वारा ऑनलाइन विभिन्न माध्यमों से बिहार के लोगों की राय लिया जा रहा है. बाल्मीकि कुमार ने बताया कि जनतंत्र में जनता ही मालिक है तो इस संकट की घड़ी में जनता ही यह निर्णय ले कि चुनाव ज्यादा जरूरी है या प्राकृतिक और मानवीय आपदाओं से आम आदमी की रक्षा. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता कोरोना और बाढ़ के भयानक संकट से गुजर रही है। यहां आपातकालीन स्थिति है। प्रदेश की 70 फीसदी मध्यम वर्ग के पास अभी तक कोई सरकारी सहायता नहीं पहुंची है। निजी क्षेत्र में काम करने वाले लाखों कामगार बेरोजगार हो गए हैं ।बाढ़ के कारण राज्य की कृषि व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। उन्होंने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चौपट है । विपक्ष आरोप लगाने के सिवाय कुछ भी कर नहीं पा रहा है। बिहार के लोग केंद्र व राज्य सरकार से ढेर सारी आशाएं लगाए हुए हैं। ऐसे में चुनाव कराना कहां तक उचित है यह आम जन से बेहतर कोई नहीं बता सकता।