स्वास्थ सुविधाओं के क्षेत्र में बिहार सरकार का ऐतिहासिक फैसला
स्वास्थ सुविधाओं के क्षेत्र में बिहार सरकार का ऐतिहासिक फैसला, विभिन्न संस्थानों के सहयोग से सूबे में लगेंगे 122 पी एस ए (Pressure swing adsorption) आक्सीजन प्लांट।
स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में ढांचागत विकास की संरचना बिहार में तैयार किया जा रहा है। आने वाले समय में बिहार सरकार द्वारा उठाया जा रहा यह कदम, स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। विदित हो कि बिहार सरकार ने राज्य के सभी जिलों में ऐसे प्लांट लगाने की आधिकारिक घोषणा कर दी है। स्वास्थ्य विभाग के अवर सचिव प्रत्यय अमृत जी ने इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान पटना के निदेशक, सभी चिकित्सा महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं अधीक्षक और जिला अस्पतालों के सिविल सर्जन को सूचनार्थ एक पत्र निर्गत किया है। इसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि हर जिले में चयनित चिकित्सा महाविद्यालयों एवं अस्पतालों में पीएसए अधिष्ठापन किया जाएगा। पत्र में चिकित्सा महाविद्यालयों एवं अस्पतालों के वरीय पदाधिकारियों को यह निर्देशित किया गया है कि पीएसए की स्थापना के लिए आवश्यक जमीन उपलब्ध कराएं। एक नोडल अधिकारी उपलब्ध कराएं, जो संबंधित एजेंसियों से सामंजस्य स्थापित करेंगे। इसके साथ ही साथ दो तकनीकी कर्मियों को भी मनोनीत करने की जिम्मेदारी दी गई है। जनरेटर की व्यवस्था उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। पूरे बिहार राज्य में चिकित्सा के क्षेत्र में एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। दरअसल PSA PLANT (Pressure Swing Adsorption Oxygen plants) अधिकतर अस्पतालों में नहीं है। प्लांट की खासियत है कि ये गैस को गैस में ही कन्वर्ट करता है और हवा से ऑक्सीजन को लेकर सीधा अस्पतालों में पंप कर देता है। जबकि लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) बड़े प्लांट में कूलिंग मेथड से बनते हैं, जिसे गैस से लिक्विड में बदला जाता है। उसके बाद क्रायो टैंकर के जरिए अस्पतालों के टैंक में डाला जाता है।
सब डिविजनल हॉस्पिटल मोहनियाँ एवं कम्युनिटी हेल्थ सेंटर रामगढ़ में भी पीएससी लगाए जाने की सूची जारी की गई है। इस ख़बर के आते ही सूबे की जनता, सरकार के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करती नजर आ रही है। खासतौर से कैमूर जिले के मोहनियाँ और रामगढ़ के लोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एवं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे जी को धन्यवाद देना शुरू कर दिया है।
समाजसेवी अभिषेक राय ने कहा कि कैमूर जिले के लिए मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ने एक गौरव का पल दिया है। पीएसीए की स्थापना से कैमूर जिले की जनता को यकीन हो गया है कि अब ऑक्सीजन की आपूर्ति के क्षेत्र में हमारा जिला आत्मनिर्भर बन जाएगा। मुख्यमंत्री जी एवं स्वास्थ्य मंत्री जी को इस पुनीत कार्य के लिए जिला वासी बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं देते हैं।
यहां यह भी बताते चलें कि 122 पीएसए जो लगाए जा रहे हैं पूरे बिहार में, उसके लिए पीएम केयर्स फंड के अतिरिक्त यूनिसेफ, आईटीसी, बीआईएडीए, जीओबी, डीएफवाई, एसेंचर जैसे संस्थान आर्थिक मदद कर रहे हैं।
बिहार सरकार ने अपने इस मास्टर स्ट्रोक से विपक्ष को चारों खाने चित कर दिया है। क्योंकि पिछले कई महीनों से लगातार विपक्ष पीएसए अस्पतालों में न होने के कारण सरकार की आलोचना करता आ रहा था। ऑक्सीजन प्लांट के अभाव पर राजनीति नैतिक रूप से सही नहीं थी, फिर भी बिहार का विपक्ष कोरोना महामारी के दौरान भी जन भावनाओं से खिलवाड़ करने की पुरजोर कोशिश कर रहा था, लेकिन नीतीश सरकार के इस फैसले ने विपक्ष के एक राजनीतिक मुद्दे को हमेशा के लिए समाप्त कर दिया।