बंगाल में लोगों का कहना चुपचाप कमल छाप
बंगाल में हर व्यक्ति अब बदलाव चाहता है उसी तर्ज पर बिहार की तरह चुपचाप कमल छाप।
सुदर्शन न्यूज़ की टीम कोलकाता के डिस्ट्रिक्ट कोर्ट मार्केट पहुंची जहां हमने कोशिश की ये जानने की आख़िर लोग इस बार बंगाल में किसकी सरकार चाहते हैं आखिर लोगों के चुनावी मुद्दे क्या है सबसे पहले जगह अपनी रिपोर्टिंग शुरू करते हैं तो सुदर्शन न्यूज़ की id आईडी देखकर टीएमसी के कार्यकर्ता तेजी से यह कह कर निकल जाते हैं इस बार बंगाल में खेला होबे। अब बात आती है लोगों से चर्चा की जब व्यापारी वर्ग से बातचीत शुरू करते हैं पहली दुकान का व्यापारी बोलता है हमें तो बंगाल में ममता दीदी चाहिए जब हम उनसे सवाल करते हैं आखिर ममता दीदी ही क्यों चाहिए आपको कौन सी ऐसी सुविधाओं का लाभ मिला है जो आप बंगाल में ममता सरकार चाहते हैं इस पर वह कुछ नहीं बोल पाता। अगले दुकानदार से हम बातचीत करते हैं तो वह कुछ भी नहीं बोल पाता एकदम चुप हो जाता है कुछ नही बोलता। लेकिन उसकी चुप्पी बता रही थी उसको खौफ़ है, डर है, वो डर परिवार की सुरक्षा का था। इसीलिए व्यापारी कुछ नही बोला।
उसके बाद हम खरीदारी करने आये उपभोक्ता से बात करते है उसके माथे पर टीका लगा था। उसने अपनी बात की शुरुआत ही जयश्रीराम के उदघोष से की, जब हमने पूछा अबकी बार किसकी सरकार तो उसने कहा बदलाव की सरकार,मोदी सरकार। ममता दीदी ने बंगाल में कोई विकास नहीं किया। अगले दुकानदार के पास हम जाते है बात करने के लिए। हम पूछते है बंगाल में कितना विकास हुआ है। वो कुछ नही बता पाते। अगले दुकानदार से बात करते है तो वो कहता है हमें कुछ नही कहना जो विकास करें उसकी सरकार हमें बंगाल में चाहिए।
सर कुछ खरीदारी करने आए लोगों के पास जाते हैं तो उनका कहना है यहां तो जय श्री राम का उद्घोष करने पर भी लोगों को मारा जाता है इसलिए हमें बार ममता दीदी को नहीं लाना है।
कुछ और दुकानदारों के पास हम गए। उनका कहना था हम कुछ नहीं कह सकते अगर हम कुछ बोलेंगे तो कुछ भी हो सकता है। लेकिन ऑफ कैमरा उन्होंने भाजपा का नाम लिया कुछ लोगों ने यह कहा कि हमें केंद्र की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है इसलिए हमें बदलाव चाहिए।
उसके बाद हम सबसे निचले तबके के रेहड़ी
वालों के पास गए। रेहड़ी पटरी वालों का कहना था हमें डर है अगर हमने कुछ बोला तो कुछ गुंडे आकर हमे मारेंगे। और हमारी रेहड़ी भी हटवा दी जायेगी। हमारे छोटे-छोटे बच्चे हैं हम अपना परिवार कैसे चलाएंगे मैंडम। उसके बाद महिला कहती है। हम गरीबों के लिए तो कुछ भी नही हुआ कोई सरकारी सुविधा हमें नही मिलती। अधिकारी कहते है पहले 25 टका लाइये तब आपको कोई सुविधा मिलेगी। गरीब तबके के लोगों का आरोप है ममता दीदी तो गरीबों के राशन का पैसा भी खा गयी। बंगाल का विकास क्या करेंगी। बंगाल में भी बिहार चुनाव की झलक नजर आ रही है जैसे बिहार में चुपचाप कमल छाप चल रहा था वैसा ही नजारा बंगाल में भी देखने के लिए मिल रहा है।