मणिपुर के लेइमाखोंग क्षेत्र में भारतीय सेना ने "ऑपरेशन सद्भावना" के तहत एक सराहनीय कदम उठाते हुए विभिन्न स्कूलों की 40 छात्राओं को साइकिलें प्रदान कीं। यह प्रयास उन ग्रामीण छात्राओं की कठिनाइयों को कम करने की दिशा में उठाया गया है, जिन्हें प्रतिदिन दूर-दराज़ से स्कूल आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इस पहल से न केवल स्कूल पहुंचने की दिक्कत कम होगी, बल्कि छात्राओं की उपस्थिति बढ़ेगी और ड्रॉपआउट दर में भी गिरावट आने की उम्मीद है। साथ ही, इससे लड़कियों में आत्मविश्वास और स्वतंत्रता की भावना को भी बल मिलेगा।
साइकिल वितरण का यह कार्यक्रम पी मोल्डिंग गांव में आयोजित किया गया, जहां रेड शील्ड डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग, स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि और ग्रामवासी मौजूद रहे।
महिलाओं और बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण
मुख्य अतिथि ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि भारतीय सेना का उद्देश्य न केवल सुरक्षा देना है, बल्कि दूरस्थ इलाकों में सामाजिक विकास, विशेषकर महिलाओं और बच्चों के लिए, अनुकूल माहौल तैयार करना भी है।
छात्रा की भावुक प्रतिक्रिया
कक्षा 8 की छात्रा नेनगनाइकिम कूकी ने सभी छात्राओं की ओर से बोलते हुए कहा, "ये केवल साइकिलें नहीं हैं, बल्कि ये हमारे लिए आज़ादी, आत्मबल और उज्जवल भविष्य की प्रतीक हैं।"