विश्व कला दिवस (World Art Day) के अवसर पर भारतीय सेना ने मणिपुर राज्य के विभिन्न जिलों में कई रचनात्मक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर इस दिन को खास बना दिया। इन आयोजनों का उद्देश्य न केवल बच्चों में कला और अभिव्यक्ति के प्रति रुचि जगाना था, बल्कि सेना और स्थानीय समुदाय के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों को भी मजबूत करना रहा।
इंफाल ईस्ट में रंग-बिरंगी कल्पनाओं का मेला
इंफाल ईस्ट जिले में पैरामाउंट स्टैंडर्ड इंग्लिश स्कूल के कक्षा 8वीं से 10वीं के 50 से अधिक विद्यार्थियों ने पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग लेकर अपनी रचनात्मकता का अद्भुत परिचय दिया। साथ ही, इमैनुएल स्कूल के प्राथमिक वर्ग के नन्हें कलाकारों ने भी विभिन्न विषयों पर आधारित चित्रों के माध्यम से अपनी कला के प्रति गहरी लगन और प्रतिभा को दर्शाया।
बिष्णुपुर में 150 से अधिक बच्चों ने दिखाई कला की उड़ान
बिष्णुपुर जिले के सैटन स्थित लमजिंग मैरा महेकोल स्कूल में आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में 150 से अधिक छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस आयोजन में थीम आधारित पेंटिंग और लाइव आर्ट सेशन भी शामिल थे, जहां छात्रों को अपने विचारों को रंगों में ढालने का पूरा अवसर मिला। प्रतियोगिता के अंत में विजेताओं को सम्मानित किया गया और उनके प्रयासों की सराहना की गई।
रचनात्मकता के साथ जुड़ी सेना और समाज की डोर
इन कार्यक्रमों के माध्यम से भारतीय सेना ने न केवल छात्रों में कलात्मक सोच को प्रोत्साहित किया, बल्कि शिक्षा, सांस्कृतिक जागरूकता और समग्र विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दर्शाई। कार्यक्रमों को भाग लेने वाले स्कूलों के शिक्षकों और कर्मचारियों ने सराहा और सेना को धन्यवाद दिया कि उन्होंने बच्चों को ऐसा सृजनात्मक मंच प्रदान किया।