भारत के रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने 9 और 10 अप्रैल 2025 को मणिपुर के कामजोंग ज़िले के चस्साद क्षेत्र का दो दिवसीय दौरा किया। यह दौरा खासतौर पर संवेदनशील भारत-म्यांमार सीमा पर तैनात सैनिकों की चुनौतियों को समझने और इलाके की सुरक्षा स्थिति का आकलन करने के लिए आयोजित किया गया। मंत्री ने वहां तैनात सुरक्षाबलों से बातचीत कर उनकी ज़मीनी हकीकत को जाना और उनके हौसले को सलाम किया।
असम राइफल्स की संचालन और प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा
अपने दौरे के दौरान मंत्री संजय सेठ ने क्षेत्र में तैनात असम राइफल्स की बटालियनों की संचालन क्षमता और प्रशासनिक तैयारियों का विस्तृत मूल्यांकन किया। उन्होंने अग्रिम कंपनी ऑपरेटिंग बेस (Company Operating Bases) का दौरा कर सीमा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं और उठाए गए सुरक्षा उपायों की जानकारी ली। इस समीक्षा में सुरक्षा बढ़ाने के लिए किए जा रहे रणनीतिक कदमों पर विशेष ध्यान दिया गया।
हमिने थाना बॉर्डर क्रॉसिंग पॉइंट का निरीक्षण
मंत्री संजय सेठ ने भारत-म्यांमार सीमा पर हाल ही में स्थापित 'हमिने थाना' बॉर्डर क्रॉसिंग पॉइंट (BCP) का भी दौरा किया। इस नए बीसीपी का उद्देश्य सीमा प्रबंधन को और अधिक सुचारू बनाना, सीमापार समन्वय को मज़बूत करना और क्षेत्र में सुरक्षा को सुदृढ़ करना है। मंत्री ने वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को बेहतर संचालन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
असम राइफल्स के जांबाज़ों की सराहना
अंत में, मंत्री संजय सेठ ने असम राइफल्स के अधिकारियों और जवानों से मुलाकात की और सीमावर्ती कठिन हालात में भी उनके अनुशासन, समर्पण और उच्च मनोबल की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि इन सैनिकों की वीरता और निष्ठा ही है, जो देश की सीमाओं को सुरक्षित बनाए हुए है। मंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार उनके हर संभव समर्थन के लिए प्रतिबद्ध है।