इनपुट-अंशुमान दुबे, लखनऊ
मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब की अध्यक्षता में बाल भिक्षावृत्ति, बालश्रम तथा निराश्रित एवं देखभाल के लिए जरूरतमंद बच्चों को संचालित स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़े जाने को लेकर महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयुक्त सभागार कार्यालय में आहूत की गयी। इस अवसर पर नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, अपर नगर आयुक्त पंकज श्रीवास्तव सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
मंडलायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बच्चे/बच्चीयों को लेकर जो भिक्षावृत्ति करते मिले, तो उनके खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज कराया जाए। निराश्रित महिला अगर भिक्षावृत्ति में संलिप्त है तो उनको चिन्हित करते हुए अपना घर (एनजीओ) में शिफ्ट कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने उपस्थित संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि भिक्षावृत्ति परिवारों को सरकारी योजनाओं जैसे घर, पेंशन आदि विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने के उपरांत अगर पुनः भिक्षावृत्ति करते हुए मिलते है तो उनको बताया जाए कि सरकार द्वारा दी गई योजनाओं से वंचित कर दिया जाएगा।
बैठक में मंडलायुक्त द्वारा निर्देशित किया कि समाज कल्याण विभाग, डूडा द्वारा स्लम बस्तियों में कैंप लगाकर पात्र व्यक्तियों को चिन्हित करते रहे, राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे समस्त योजनाओं से लाभान्वित करते रहे ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति सरकार की योजनाओं से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि पब्लिक को भी जागरूक किया जाए की भिक्षावृत्ति को बढ़ावा ना दिया जाए। जबकि उन्हें सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से जोड़ते हुए उन्हें लाभान्वित होने की जानकारी दिया जाये।
मंडलायुक्त द्वारा संबंधित अधिकारीगणों को निर्देशित किया गया कि चौराहों पर भीक्षायापन कर रहे बालकों व उनके परिवारजनों को अच्छे जीवन यापन हेतु नगर निगम, समाज कल्याण विभाग, महिला कल्याण विभाग, ड़ूडा, जिला पूर्ति विभाग व एनजीओ आपस में समन्वय स्थापित करते हुए ऐसे बच्चों को शासन द्वारा संचालित योजनाओं से जोड़ने का काम करें। जिससे जनपद भर में भिक्षायापन करने वाले ऐसे समस्त बालक व उनके परिवारजनों को अच्छे जीवन यापन हेतु माननीय मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप लाभान्वित किया जा सके।